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गंगा दशहरा पर पैक हुआ हरिद्वार, गंगा घाटों पर उमड़ी भीड़, 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किया स्नान - Haridwar Ganga Dussehra - HARIDWAR GANGA DUSSEHRA

Ganga Dussehra 2024 गंगा दहशहरा पर्व पर हरिद्वार के गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों पर स्नान के उपरांत पूजा कर मां गंगा से सुख समृद्धि की कामना की. गंगा आरती तक लगभग 1,525,000 (पंद्रह लाख पच्चीस हजार) श्रद्धालुओं ने हर की पैड़ी के ब्रह्मकुंड सहित विभिन्न घाटों पर स्नान किया.

Haridwar Ganga Dussehra Bath
हरिद्वार गंगा दशहरा स्नान (फोटो-ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jun 16, 2024, 8:30 AM IST

Updated : Jun 16, 2024, 8:43 AM IST

हरिद्वार के गंगा घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ (वीडियो- ईटीवी भारत)

हरिद्वार: आज गंगा दशहरा का स्नान पर्व है. मान्यता है कि आज ही के दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ था. इस मौके पर हरिद्वार में गंगा स्नान करने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है. बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार में हर की पैड़ी पर सुबह से गंगा स्नान करने पहुंचे. श्रद्धालुओं ने गंगा घाटों पर पूजा कर मां गंगा से सुख समृद्धि की कामना की.

माना जाता है कि मां गंगा ने आज के दिन ही धरती पर अवतरित होकर राजा भागीरथ के पुरखों का उद्धार किया था. इसलिए आज के दिन हर की पैड़ी पर ब्रह्मकुंड में गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है. मान्यता है कि गंगा दशहरा पर गंगा स्नान करने से 10 तरह के पापों से मुक्ति मिलती है. इस दिन गंगा स्नान करके दान करने और जल का दान करने का विशेष महत्व है. जिला प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुरक्षा को लेकर पूरे मेला क्षेत्र को 3 सुपर जोन, 9 जोन व 26 सेक्टर में विभाजित करके सुरक्षा बल तैनात किया गया है.

गंगा दशहरा के मौके पर हरिद्वार में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही. अल सुबह से ही यहां पर स्नान करने के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी थी. बड़ी संख्या में लोगों ने हर की पैड़ी पर ब्रह्मकुंड और अन्य घाटों में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाई. श्रद्धालुओं का मानना है कि गंगा स्नान करने से सभी दुःख दूर होते हैं और पापों से मुक्ति मिलकर मोक्ष की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि आज के दिन गंगा स्नान मौन रहकर करना चाहिए, स्नान करने से व्यक्ति को दस प्रकार के दोष,चार प्रकार के शारीरिक,तीन प्रकार में मानसिक और तीन प्रकार के वाचिक अर्थात मुंह से बोलने वाले दोषों का शमन होता है.देर शाम तक गंगा आरती तक लगभग 1,525,000 (पंद्रह लाख पच्चीस हजार) श्रद्धालुओं ने हर की पैड़ी के ब्रह्मकुंड सहित विभिन्न घाटों पर स्नान किया.

एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल का कहना है कि गंगा दशहरा को लेकर सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 3 सुपर जोन, 9 जोन व 26 सेक्टर में विभाजित करके पुलिस अधिकारियों के साथ ही सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. साथ ही ट्रैफिक को लेकर भी खास प्रबंध किया गया है. जिससे श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना ना करना पड़े.

पढ़ें-बाबा विश्वनाथ जगदीशिला की डोली ने हरिद्वार में किया गंगा स्नान, 16 जून को टिहरी गढ़वाल में यात्रा का होगा समापन

Last Updated : Jun 16, 2024, 8:43 AM IST

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