अलवर. सिलीसेढ़ झील में सिंघाडे लगाते समय मगरमच्छ ने किसान पर अचानक हमला कर दिया. हमले में किसान लहूलुहान हो गया. किसान को उपचार के लिए अलवर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
अलवर के समीपवर्ती सिलीसेढ़ झील में मंगलवार को उमरैण निवासी किसान छोटेलाल सिंघाड़े लगा रहा था. तभी एक मगरमच्छ ने छोटलाल पर हमला कर दिया. मगरमच्छ ने किसान के पैर की पिंडी को दांतों से चबा दिया, जिससे पिंडी की दो फाड कर दी. लहूलुहान हालत में किसान को उपचार के लिए अलवर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है.
पढ़ें:झाड़ी में छिपे मगरमच्छ ने महिला पर किया हमला, चीख सुनकर लोगों ने बचाया
बड़ा हादसा होने से बचा: छोटेलाल ने बताया कि वह सिंघाड़े की खेती करता है. सिलीसेढ़ में सिंघाड़ा लगाने के लिए वह पानी में घुसा ही था कि एक मगरमच्छ की पूंछ पर उसका पैर अड़ गया. इस पर मगरमच्छ ने अचानक ही पलटकर उस पर हमला कर दिया और पैर की पिंडी को नुकीले दांतों से चबा दिया, जिससे पिंडी दो फाड़ हो गई. किसान ने बताया कि वह लम्बे समय से सिलीसेढ़ में सिंघाड़े की खेती कर रहा है, लेकिन मगरमच्छ ने पहली बार हमला किया है.
पढ़ें:नदी पर पानी पीने गया था चरवाहा, मगरमच्छ ने किया जानलेवा हमला, ग्रामीणों ने बचाया - Crocodile Caught A Shepherd
सिलीसेढ़ में खूब हैं मगरमच्छ:सिलीसेढ़ झील में बड़ी संख्चा में मगरमच्छ हैं. यहां नौकायन, पर्यटन के अलावा पानी में सिंघाड़े की खेती भी की जाती है. सिंघाड़े की खेती के लिए किसान को पानी के अंदर जाना पड़ता है और वहां मगरमच्छ भी बड़ी संख्या में रहते हैं. इस कारण यहां हमेशा ही मगरमच्छ का खतरा बना रहता है. वैसे तो सिंघाड़े की खेती करने वाले किसान मगरमच्छों की हरकतों से सतर्क रहते हैं, लेकिन कई बार मगरमच्छ अचानक हमला कर देते हैं. सिलीसेढ़ के अलावा अलवर जिले में सरिस्का टाइगर रिजर्व सहित कुछ अन्य स्थानों पर भी मगरमच्छ हैं.