गोरखपुर : अयोध्या इस समय देश-विदेश के पर्यटकों का बड़े आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. यहां पर भीड़ भी हर दिन खूब बढ़ रही है, लेकिन इस भीड़ में अगर आरपीएफ, रेलवे पुलिस और सिविल पुलिस के द्वारा चिन्हित वांटेड अपराधी पहुंचते हैं तो, उनकी धर पकड़ बहुत ही आसानी से हो जाएगी. रेलवे ने अपने 'तीसरे नेत्र' का कुछ ऐसा ही जाल बिछाया है. पूर्वोत्तर रेलवे हो या नॉर्दर्न रेलवे इन दोनों स्टेशनों के परिसर में ऐसे कैमरे स्थापित किए गए हैं.
पूर्वोत्तर रेलवे के दो स्टेशन कटरा और राम घाट हाल्ट पर कुल 16-16 सीसीटीवी कैमरे लगाए गये हैं. इनमें कुछ ऐसे कैमरे भी लगाए गए हैं, जो स्टेशन पर उतरते या उसके इर्द-गिर्द के एरिया में घूमते वांटेड अपराधियों को भीड़ में भी कैप्चर कर लेगा. कैमरा इसका संदेश भी उन जिम्मेदार अधिकारियों तक पहुंचा देगा जिन्हें उनकी धर पकड़ करनी है. इसके लिए गोरखपुर जंक्शन पर पूरी तरह से एक वार रूम काम कर रहा है. जहां 24 घंटे कोई न कोई निगरानी के लिए स्टाफ तैनात होता है. मंडल मुख्यालय से लेकर रेलवे बोर्ड तक इसकी निगरानी कोई भी वरिष्ठ अधिकारी कभी भी कर सकता है. जिससे यात्रियों की सुरक्षा को लेकर रेलवे पूरी तरह से सतर्क है.
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे ने पहले भी सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे को स्थापित करने का बड़ा अभियान चलाया था. लेकिन रेलवे ने अयोध्या के स्टेशनों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के क्रम में, यहां उन कैमरों को स्थापित किया है जो विशेष तौर पर (आईपी बेस्ड) यानी कि इंटरनेट प्रोटोकॉल की सुविधा से युक्त हैं. इसके अलावा उनमें कुछ और भी तकनीकी सुविधा उपलब्ध है, जिससे वह उन अपराधियों की फोटो अपनी जद में आते ही उसे न सिर्फ कैप्चर करेंगे, बल्कि हिट प्वाइंट के साथ मैसेज भी करेंगे, जिससे वह वार रूम में कैमरों की निगरानी करने वाला कर्मचारी, अधिकारी भी उस पर अलर्ट हो जाएगा. संबंधित लोगों को इसकी सूचना चली जाएगी. माना जा रहा है कि करीब छोटे-बड़े तीन दर्जन ऐसे वांटेड लोगों की फोटो इन कैमरों के केंद्र में है, जो जब भी उनके दायरे में आएंगे बचकर निकल नहीं पाएंगे. रेलवे ने अपने 'त्रिनेत्र' का कुछ ऐसा ही जाल बिछाया है. सीपीआरओ ने कहा कि यात्री सुरक्षा को लेकर रेलवे, ट्रेन में सुविधा बढ़ाने से लेकर हर बिंदुओं पर काम करता है. लेकिन, अयोध्या में कुछ विशेष तौर पर काम करना रेलवे की प्राथमिकता में शामिल था. जिसमें पूर्वोत्तर रेलवे और नार्दन रेलवे दोनों इस तरह का कार्य कर रहे हैं.