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'तुम्हारा बेटा गिरफ्तार हो गया है, थाने आकर सेटिंग कर लो' मोबाइल पर आए ऐसी कॉल तो हो जाएं सावधान

साइबर जालसाज (Cyber Fraud in Lucknow) लोगों को ठगने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते रहते हैं. इसी कड़ी में साइबर ठग गैंग अब क्राइम रोकने वाली पुलिस का ही सहारा लेकर वारदातों को अंजाम दे रहा है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 5, 2024, 10:53 AM IST

लखनऊ :हेलो मैं थाने से बोल रहा हूं, आपके बेटे को रेप केस में गिरफ्तार कर लिया गया है. बेटे को बचाना चाहते हो तो दो लाख दे दो बच जाएगा, नहीं दिए तो जिंदगी खराब हो जाएगी. ऐसी एक वाट्सएप कॉल मिर्जापुर के कटरा काॅलोनी के रहने वाले मनोज के पास आई. कॉलर के वाट्सएप पर पुलिसवाले की फोटो भी लगी थी. जालसाजी का पता चलते ही मनोज ने कॉल को डिस्कनेक्ट कर दिया.

मामले की शिकायत साइबर पुलिस से की. मनोज दमकल ही नहीं इस गैंग ने प्रदेश के कई मां-बाप को उनके बेटे की गिरफ्तारी का डर दिखा कर कंगाल बनाया है. आइए जानते हैं कि गैंग किस तरह से काम करता है? ये कॉल आती कहां से है? यदि ऐसी कॉल आए तो क्या करें? इनसे कैसे बचें...

व्यापारी को फोन कर बोला-तुम्हारे बेटे जेल जा रहे हैं :दिसंबर 2023 को रायबरेली के परसादेपुर में एक व्यापारी को एक कॉल आई और बताया कि वो क्राइम ब्रांच से बोल रहा है और उनके तीन बेटों को जेल भेज दिया है. चौथे को भी भेजा जा रहा है, बचाना है तो गूगल पे डेढ़ लाख कर दो. व्यापारी पैसे ट्रांसफर करने ही जा रहे थे तभी उनका एक बेटा उनके सामने आ गया. व्यापारी समझ गए कि उनके साथ साइबर ठगी करने की कोशिश की गई है.

बुजुर्ग महिला को भी ठगों ने किया फोन :फरवरी 2024, लखनऊ के आशियाना इलाके ने रहने वाली एक बुजुर्ग महिला को कॉल आई और कहा कि सदर थाने का इंस्पेक्टर बोल रहा हूं...उनके बेटे की काफी दिनों से तलाश थी उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. यदि बचाना है तो थाने आ जाओ और कुछ ले दे के बचा लो.

ये दो केस सिर्फ बानगीभर हैं. प्रदेश के हर जिलों रोजाना ऐसी कॉल आ रही हैं, जिसमें लोग ठगे जा रहे हैं. लखनऊ साइबर सेल प्रभारी सतीश साहू ने बताया कि बीते कुछ दिनों में इस तरह कॉल बहुत संख्या में आ रही हैं. ये ठग खुद को पुलिस का अधिकारी बता कर उनके बच्चों को जेल भेजने का डर दिखा लोगों से पैसा ऐंठने में लगे हुए हैं.

साइबर सेल प्रभारी के मुताबिक लखनऊ में बीते दो माह में एक दर्जन से अधिक शिकायतें मिल चुकी हैं. जिसमें ठग खुद को पुलिस अफसर बताकर मोटी रकम ऐंठने की कोशिश में जुटा हुआ है.

पाकिस्तान के नंबर से कॉल : साइबर सेल प्रभारी कहते हैं कि जांच में सामने आया कि ये साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए VOIP की मदद से पाकिस्तान के नंबरों से कॉल कर रहे हैं. साइबर एक्सपर्ट अमित दुबे के मुताबिक पुलिस अफसरों की फोटो का इस्तेमाल कर ठगी करना या फिर गोपनीय जानकारी निकालना कोई बड़ी बात नहीं है.

कभी डीजीपी और आईपीएस अफसरों के नम्बर की स्नूफिंग कॉल करना हो या फिर पुलिस की तस्वीर लगा कर ठगी करना पाकिस्तान के हैकर्स कई बार ऐसी ठगी करते रहे हैं. अमित कहते हैं कि बार तो असल में हैकर्स या ठग पाकिस्तान में ही बैठ कर जालसाजी करते है तो कभी VOIP का इस्तमाल कर पाकिस्तान नम्बर से ठगी करते हैं. वीओआईपी कॉल का इस्तेमाल कर पाकिस्तान समेत किसी भी देश का नंबर डिस्प्ले किया जा सकता है.


ऐसे करें बचाव :यदि किसी नए या अज्ञात नम्बर से वाट्सएप और मैसेंजर पर कॉल आ रही है तो सतर्क हो जाएं, कुछ न कुछ गड़बड़ है. प्रोफाइल फोटो में पुलिस अफसर की फोटो लगी हो तो डरें नहीं, उससे सवाल जवाब करिये और पूरी जानकारी लीजिए. कॉल करने वाला जिस पुलिस स्टेशन का नाम ले रहा है तो पैसे ट्रांसफर करने या फिर किसी भी नतीजे तक पहुंचने से पहले उस थाने और अफसर के विषय में पता करें.

आपके बेटे या किसी पारिवारिक सदस्य को छोड़ने के एवज में पैसा मांगे तो फौरन अलर्ट हो जाएं. ठगों का सबसे बड़ा हथियार डर है. ऐसे में यदि आप डर गए तो उनके झांसे में आसानी से आ जाएंगे. गिरफ्तारी, थाने बुलाना, पैसा मंगना, धमकाने का खेल करते हैं. ऐसे कॉल आए तो उनसे अधिक बात न करें, कोई पैसे ट्रांसफर न करें और तत्काल पुलिस या साइबर सेल को सूचित करें.

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