देहरादून: तमाम दिग्गज कंपनियों के नाम पर बेरोजगार युवकों को फर्जी जॉब ऑफर लेटर थमा कर प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर साइबर ठगी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को पटेलनगर क्षेत्र से दबोचा है. गिरोह के सदस्यों ने ज्यादातर दक्षिण भारत के राज्यों तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र के बेरोजगार युवाओं को निशाना बनाया था. जबकि, सहारनपुर-देहरादून मार्ग पर बाबाजी ट्रांसपोर्ट की आड़ में कॉल सेंटर चलाया जा रहा था.
नामी कंपनियों के नाम पर थमाते थे फर्जी ऑफर लेटर:दरअसल, एसटीएफ को सूचना मिली थी कि आईबीएम, एचसीएल, टेक-महिंद्रा, अमेजॉन जैसी दिग्गज कंपनियों के नाम पर बेरोजगार युवकों को फर्जी 'जॉब ऑफर लेटर' देकर प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर साइबर ठगी की जा रही है. इसमें शामिल कुछ साइबर ठग देहरादून से इस गिरोह को संचालित कर रहे हैं. जिसके बाद उत्तराखंड एसटीएफ ने गृह मंत्रालय के 14C के अलग-अलग वेब पोर्टलों को चेक किया.
वेब पोर्टलों को चेक करने पता चला कि दिग्गज कंपनियों के नाम पर बेरोजगार युवकों को फर्जी जॉब ऑफर लेटर देकर प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर धनराशि ली जा रही है. जिसके तहत साइबर ठगों के कुछ संदिग्ध मोबाइल नंबर वर्तमान में देहरादून के पटेलनगर थाना क्षेत्र में काफी समय से सक्रिय हैं. जिससे यह साफ हो गया कि पटेलनगर में कई साइबरों ठगों के गिरोह अलग-अलग मोबाइल नंबरों से देशभर के कई बेरोजगार युवकों को साइबर ठगी का शिकार बना रहे हैं.
जांच के दौरान अलग-अलग मोबाइल नंबरों के डेटा का विश्लेषण किया गया और कई संदिग्ध बैंक एकाउंट्स के लेन-देन का डिटेल चेक किया गया. जिसमें पाया गया कि इन संदिग्ध बैंक खातों में देशभर के करीब हर राज्य से अलग-अलग लोगों से रोजाना 2500 से 30 हजार रुपए की किस्तों में लाखों रुपए जमा किए जा रहे हैं. प्रथम दृष्टया प्रकाश में आए संदिग्ध 5 बैंक खातों में ही पिछले 2 महीने में लाखों रुपए जमा किए गए और निकाले गए थे. इन खातों में देशभर के लगभग सभी राज्यों से पैसे जमा किए गए थे.
निशाने पर थे ज्यादातर दक्षिणी राज्यों के युवा: खासकर दक्षिणी राज्य तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक से ज्यादा धनराशि जमा की गई थी. इस संबंध में दक्षिण भारत के राज्यों में ऑनलाइन ठगी की घटनाओं का विश्लेषण किया. जिसके तहत 1930 पोर्टल पर कई ऐसी शिकायतें मिली, जिसमें बेरोजगार युवाओं के साथ उन्हें किसी दिग्गज कंपनी में नौकरी के लिए इंटरव्यू लेकर जॉब ऑफर लेटर देकर प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर ठगी की जा रही थी. इन घटनाओं से संबंधित गिरोह पटेलनगर में रहकर युवाओं को चूना लगा रहे थे.
क्या बोले एसटीएफ एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर:उत्तराखंड एसटीएफ एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लरने बताया कि यह गिरोह पटेलनगर क्षेत्र में रह रहा है, लेकिन यह गिरोह कहां से संचालित हो रहा है? उसके बारे में जानकारी नहीं हो पा रही थी. क्योंकि, इस गिरोह के सदस्यों की ओर से केवल फर्जी सिम को इस्तेमाल किया जा रहा था. उसमें तकनीक का इस्तेमाल कर अपने लोकेशन को कहीं दूर दिखाया जा रहा था.