देहरादून: आपस में अनर्गल बयानबाजी कर रहे कांग्रेस पार्टी के नेताओं की जुबान पर लगाम नहीं लग पा रही है. पार्टी प्रदेश करन माहरा ने सभी नेताओं को पत्र जारी करते हुए अपनी बात सिर्फ पार्टी फोरम में रखने का अनुरोध किया है. अब कांग्रेस पार्टी के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह ने कांग्रेस के 70 पार आयु वाले नेताओं को रास्ता छोड़ने की नसीहत ही है. जिससे 60 पार हो रहे नेताओं को राजनीतिक अवसर प्राप्त हो सके.
कांग्रेस प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह ने कहा राजनीति मे ऐसे लोग, जिनका राजनीतिक करियर लंबा नहीं है मगर ये लोग पिछले दो, ढाई दशक से लगातार संघर्ष कर रहे हैं. उनको आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा शीर्ष नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व को मंथन करना होगा कि आखिर कांग्रेस नेताओं के बीच इस तरह की बयान बाजियां क्यों हो रही है? उन्होंने कहा अगर बयानबाजी कांग्रेस पार्टी के हित में हो रही है तो फिर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा एक दूसरे पर बयान देने वाले नेताओं को रोकने के लिए संगठन को गंभीरता दिखानी चाहिए, और उनसे बैठकर चर्चा करनी चाहिए.
राजेंद्र शाह ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि कोई भी चुनाव संपन्न होने के बाद कभी समीक्षा भी नहीं की जाती है. उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी में कुछ नेता ऐसे हैं, जो 2002 के विधानसभा चुनाव में टिकट मांग रहे थे. 2022 में भी टिकट की मांग कर रहे थे. किंतु उन्हे अब तक चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला. इसलिए कांग्रेस पार्टी के जो नेता 70 की उम्र पार कर चुके हैं, ऐसे नेता 60 पार कर चुके नेताओं के लिए रास्ता खोल दें. राजेंद्र शाह का मानना है कि सेकेंड लीडरशिप को आगे बढ़ाने के लिए लंबे समय तक कांग्रेस काम कर रही है. अब नेताओं के पास भी पार्टी का कर्ज उतारने का समय है.
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