हल्द्वानी:हल्दूचौड़ क्षेत्र के दौलिया गांव में मामूली विवाद पर दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग करने वाले 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से फायरिंग में इस्तेमाल पिस्तौल और कारतूस भी बरामद किया गया है. पूरा विवाद सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान आवंटन को लेकर हुआ था. गनीमत रही कि फायरिंग में किसी की जान नहीं गई. वहीं, फायरिंग मामले में फरार अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
सस्ता गला दुकान आवंटन के दौरान हुई फायरिंग: जानकारी के मुताबिक, हल्दूचौड़ के दौलिया गांव नंबर एक निवासी पूर्व सैनिक कैलाश चंद्र बिरखानी ने पुलिस में एक तहरीर दी थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि देवरामपुर गांव के प्राइमरी स्कूल में खाद्य पूर्ति अधिकारियों की अध्यक्षता में सस्ता गला दुकान की आवंटन को लेकर बैठक चल रही थी. आरोप है कि मोहित जोशी और राजू पांडे गुस्से में आकर पूर्ति निरीक्षक से बहस करने लगे. जब दोनों को समझाने का प्रयास किया तो वो उनके साथ ही उलझ पड़े. इसके बाद गाली गलौज भी करने लगे. जिससे मामला गरमा गया और मारपीट शुरू हो गई.
वहीं, मामला बिगड़ता देख पूर्ति निरीक्षक ने बैठक संपन्न करवा दी और मौके से चले गए. पूर्व सैनिक कैलाश चंद्र बिरखानी ने बताया कि वो अपनी दुकान के आगे खड़े थे. तभी पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष मोहित जोशी, निवर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष कार्तिक रजवार, राजू पांडे, सतीश सनवाल, विजय जोशी समेत दो अन्य युवक तीन कारों से मौके पर पहुंचे. उन्होंने आते ही मारपीट शुरू कर दी. आरोप है कि उन्होंने उनके (कैलाश चंद्र बिरखानी) के ऊपर तमंचे से जानलेवा फायरिंग करनी शुरू कर दी. जिससे वो जान बचाकर भागे. गनीमत रही कि वो फायरिंग में बाल-बाल बच गए.
इसके बाद पीड़ित कैलाश चंद्र बिरखानी ने लालकुआं कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की. जिस पर पुलिस ने मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109, 191 (2), 191 (3), 351 (3), 352 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया. जिसके बाद फायरिंग के मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी कार से घटनास्थल पर पहुंचे थे. फायरिंग करने वाले आरोपियों के पास से 2 कारें भी बरामद की गई है.