लखनऊ :राजधानी लखनऊ में सेना के एक हवलदार हनी ट्रैप का शिकार हो गए. हवलदार का आरोप है कि सोशल मीडिया के माध्यम से युवती ने प्रेम जाल में फंसाकर संबंध बनाए. शादी का झांसा देकर करीब 10 लाख रुपये हड़प लिए. युवती सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारियां नहीं देने पर ब्लैकमेल कर जान से मारने की धमकी दे रही है. पीड़ित ने स्थानीय पुलिस की सुनवाई नहीं करने पर कोर्ट में गुहार लगाई. अब कोर्ट के आदेश पर चिनहट पुलिस ने आरोपी पर रिपोर्ट दर्ज की गई है.
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा :बाराबंकी के रहने वाले सेना के एक हवलदार ने युवती पर प्रेमजाल में फंसाकर लाखों रुपये हड़पने और सेना से जुड़ी जानकारियां मुहैया कराने का दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी है. दी गई तहरीर के मुताबिक युवती के कई संदिग्ध लाेगों से संबंध हैं. हवलदार ने स्थानीय थाना, विभागीय अफसर और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई. इसके बाद उसने वकील के माध्यम से कोर्ट में वाद दायर किया. इसके बाद कोर्ट के आदेश पर चिनहट थाने में पुलिस ने आरोपी युवती के खिलाफ धोखाधड़ी समेत मामूली धाराओं में रिपोर्ट किया. इंस्पेक्टर चिनहट अश्वनी कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
छह वर्ष पहले प्रेम जाल में फंसाया :पीड़ित ने दर्ज कराई शिकायत में कहा है कि छह वर्ष पहले सोशल मीडिया के माध्यम से युवती से संपर्क हुआ था. आरोप है कि युवती ने हवलदार को प्रेमजाल में फंसा लिया. तब वह असम में तैनात थे. युवती चिनहट में किराए के कमरे में रहती थी. बुलावे पर हवलदार लखनऊ मिलने आया तो युवती ने खुद को बाराबंकी का निवासी बताया.
यह भी बताया कि वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करती है. मुलाकातें बढ़ने से शारीरिक संबंध बन गए. इसके बाद युवती से शादी करने को कहता तो वह टाल मटोल करती रही. हवलदार ने बताया कि युवती उससे मोबाइल पर घंटों बातें करती थी. इस दौरान युवती सेना की कार्यप्रणाली और उससे जुड़ी जानकारियां लेने की काेशिश करती रहती थी. वह हवलदार से रुपयाें की भी डिमांड करती थी. हवलदार ने बताया कि युवती करीब 6 से 7 लाख रुपये खाते में और करीब पांच लाख रुपये नकद ले चुकी है. मई 2019 में हवलदार का ट्रांसफर सिक्किम हो गया. वर्ष 2022 में शादी तय होने पर घर बुलाकर पांच लाख की मांग कर दिल्ली रहने की जिद की, लेकिन शादी के लिए तैयार नहीं हुई.