अजमेर. शहर के निकट कल्याणी पूरा गांव में एक दंपती ने तीन बच्चों सहित आत्महत्या की कोशिश की. दोनों की तबीयत बिगड़ने पर पति ने पुलिस को घटना की जानकारी दी. मौके पर पहुंची अलवर गेट थाना पुलिस ने दोनों को जीएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया. आरोप है कि फाइनेंस कंपनी की ओर से दंपती को धमकी दी जा रही थी, जिससे परेशान होकर उन्होंने ये कदम उठाया.
अलवर गेट थाना प्रभारी श्याम सिंह चारण ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम पर देर रात को कॉल आया था. पुलिस कल्याणी पूरा गांव में राकेश कुड़िया के घर पहुंची, जहां राकेश और उसकी पत्नी ज्योति जमीन पर अचेत पड़े हुए थे. दंपती की 14 वर्षीय बड़ी बेटी अनोखी और उसके दोनों भाई देवराज और बिट्टू भी पास में बैठे हुए थे. पुलिस ने दंपती को तुरंत जेएलएन अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उनका उपचार चल रहा है. देर रात की पुलिस ने दंपती के परिजनों को भी घटना की जानकारी दी.
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न खुद दूध पीया, न भाइयों को पीने दिया :राकेश के छोटे भाई किशन का आरोप है कि फाइनेंस कंपनी से एक वर्ष पहले राकेश ने घर निर्माण के लिए लोन ले रखा था. राकेश बेलदारी का काम करता था, उसकी आर्थिक स्थिति खराब थी, इसलिए महंगे ब्याज दर से लिए हुए ऋण की किश्तें वह चुका नहीं पा रहा था. इस कारण से फाइनेंस कंपनी के लोग मकान को सीज करने और नीलाम करवाने की धमकी आए दिन देते थे. इससे परेशान होकर राकेश ने पत्नी ज्योति के साथ आत्महत्या की कोशिश की. उन्होंने आत्महत्या से पहले बच्चों को दूध दिया था, लेकिन बेटी अनोखी ने शक होने के चलते दूध नहीं पिया. साथ ही उसने अपने छोटे भाइयों को भी दूघ नहीं पीने दिया.
12 लाख का लिया था लोन :राकेश की मां विमला देवी ने बताया कि अलवर गेट थाना पुलिस ने फोन करके घटना की देर रात जानकारी दी थी. पूरा परिवार अस्पताल पहुंचा तो राकेश और बहू ज्योति की हालत गंभीर थी. उन्होंने बताया कि राकेश और ज्योति कल्याणी पूरा में रहते थे, जबकि शेष पूरा परिवार आदर्श नगर रह रहा है. राकेश ने किसी फाइनेंस कंपनी से मकान बनाने के लिए 12 लाख का लोन लिया था.