गुरुग्राम : हरियाणा की गुड़गांव लोकसभा सीट पर विजेता की तस्वीर अब से कुछ देर बाद साफ हो जाएगी. यहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है. लेकिन जेजेपी ने युवा चेहरे और फेमस सिंगर राहुल यादव फाजिलपुरिया को यहां से मैदान में उतारकर मुकाबले को और ज्यादा दिलचस्प बना दिया है.
गुड़गांव की टक्कर में कौन ? :गुड़गांव से उम्मीदवारों की बात की जाए तो यहां से कुल 23 प्रत्याशी है मैदान में उतरे थे. हालांकि मुकाबला यहां भी बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है. बीजेपी ने यहां से मौजूदा सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने बॉलीवुड अभिनेता राज बब्बर को मैदान में उतारा है. राज बब्बर इससे पहले लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं. आपको बता दें कि गुड़गांव लोकसभा सीट पर राव इंद्रजीत सिंह का दबदबा रहा है. पिछले 3 बार से वे सांसद हैं . वहीं जेजेपी ने गुड़गांव से राहुल यादव फाजिलपुरिया को चुनावी मैदान में उतारा है. फाजिलपुरिया लोकप्रिय सिंगर हैं और फिल्म कपूर एंड सन्स के गाने "लड़की ब्यूटीफुल कर गई चुल" से खासे पॉपुलर हो चुके हैं. वे बिजनेस घराने से संबंध रखते हैं. इनेलो की बात करें तो पार्टी ने यहां से सोहराब खान को मैदान में उतारा है. वहीं पावभाजी बेचने वाले कुशेश्वर भगत भी यहां से निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी ख़ासी चर्चा है.
गुड़गांव लोकसभा में वोटिंग :गुड़गांव लोकसभा में वोटिंग की बात की जाए तो यहां पर इस लोकसभा चुनाव में 62.03 % मतदान हुआ है. यहां पर मतदाताओं की बात करें तो गुड़गांव में कुल 25 लाख 33 हजार 958 मतदाता हैं. इनमें पुरुषों की संख्या 13 लाख 51 हजार 239 है. वहीं 12 लाख 2 हजार 641 की संख्या के साथ महिला वोटर्स की भी अच्छी खासी भागीदारी है. गुड़गांव लोकसभा क्षेत्र में 78 थर्ड जेंडर वोटर्स भी है.
गुड़गांव लोकसभा में विधानसभा :गुड़गांव को हरियाणा का सबसे बड़ा लोकसभा क्षेत्र माना जाता है. यहां 9 विधानसभा सीटें आती हैं जिसमे बावल, रेवाड़ी, नूंह, फ़िरोज़पुर झिरका, पुनहाना, गुड़गांव, बादशाहपुर, सोहना और पटौदी शामिल है. 4 विधानसभा बीजेपी की झोली में है, जबकि 4 विधानसभा पर कांग्रेस काबिज़ है, वहीं एक विधानसभा निर्दलीय उम्मीदवार के पास है.
गुड़गांव लोकसभा का जातिगत समीकरण :गुड़गांव लोकसभा के जातिगत समीकरण की बात करें तो गुड़गांव पंजाबियों का गढ़ है. बादशाहपुर और सोहना विधानसभा क्षेत्रों में पंजाबी वोटर्स की अच्छी खासी तादाद है. वहीं नूंह, फ़िरोज़पुर झिरका और पुनहाना में मुस्लिम वोटर्स की तादाद 4 लाख के पार है. गुड़गांव में 19% अहीर , 17% मुस्लिम, पंजाबी 8% हैं. SC 18%, OBC-9%, राजपूत 8%, ब्राह्मण 7%, जाट 7% और वैश्य 5% है.
गुड़गांव लोकसभा सीट का इतिहास:अगर गुड़गांव लोकसभा सीट के इतिहास की बात की जाए तो पहली बार 1952 में ये सीट अस्तित्व में आई थी. मगर इस सीट को 1977 में खत्म कर दिया गया था. परिसीमन होने के बाद साल 2008 में गुड़गांव सीट फिर से अस्तित्व में आई थी. इसके बाद साल 2009 में फिर यहां लोकसभा चुनाव हुआ. राव इंद्रजीत सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर तब यहां से चुनाव लड़ा और जीते. साल 2014 में वे बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़कर गुड़गांव से जीते और तीसरी बार हैट्रिक लगाते हुए उन्होंने साल 2019 में भी जीत हासिल की.