छिंदवाड़ा :कॉर्न सिटी के नाम से मशहूर छिंदवाड़ा जल्द ही अब एथेनॉल सिटी में तब्दील होगी. सांसद विवेक बंटी साहू ने मुंबई में तेल कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक में छिंदवाड़ा के बारे में बारीकी से जानकारी दी. सांसद विवेक बंटी साहूने बताया "छिंदवाड़ा जिले में सबसे ज्यादा मक्के का उत्पादन होता है. इसलिए यहां पर एथेनॉल प्लांट की भी काफी संभावनाएं हैं. इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार भी बढ़ेगा."
तेल कंपनियों के साथ अधिकारियों की बैठक
हाल ही में मुंबई में संसद की उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण की स्थायी समिति के साथ तेल कंपनियों के साथ बैठक हुई. सांसद विवेक बंटी साहू ने खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के प्रतिनिधियों और बीपीसीएल, आईओसीएल और एचपीसीएल के अधिकारियों को बताया "छिंदवाड़ा जिले में 18 लाख मीट्रिक टन मक्के का उत्पादन होता है, जो देश में सर्वाधिक है. इससे एथेनॉल आसानी से बनाया जा सकता है."
छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू (ETV BHARAT) छिंदवाड़ा में एथेनॉल की अभी 3 फैक्ट्रियां संचालित
सांसद विवेक बंटी साहूने बताया "वर्तमान में यहां एथेनॉल की तीन फैक्ट्रियां संचालित हैं, वहीं दो-तीन फैक्ट्रियां निर्माणाधीन हैं, जबकि और फैक्ट्रियां लगाई जा सकती हैं." छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी सिंह ने ऑयल कंपनी के अधिकारियों को बताया "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार अब पेट्रोल में 16 प्रतिशत तक एथेनॉल मिलाया जाना है. एथेनॉल पेट्रोल में मिलाकर बायोफ्यूल इत्यादि बनाया जा सकता है. छिंदवाड़ा में एथेनॉल बनाने के लिए और प्लांट खुलेंगे तो इसका सीधा लाभ छिंदवाड़ा के किसानों को होगा."
मुंबई और गोवा के टूर पर छिंदवाड़ा सांसद
बता दें कि छिंदवाड़ा सांसद बंटी विवेक साहू 20 से 24 जनवरी तक संसद की स्थायी समिति उपभोक्ता मामलों के खाद्य और सार्वजनिक वितरण की बैठकों में शामिल होने के लिए मुंबई और गोवा के दौरे पर हैं. सांसद ने 21 जनवरी को मुंबई में समिति के अध्यक्ष और सदस्यों की बैठक में शामिल होकर एफएसएसएआई के प्रतिनिधियों और भारत के उपभोक्ता मामलों के विभाग एवं निजी खाद्य कंपनीयों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की. 21 जनवरी को भारत सरकार, भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड, इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड. एवं हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड के प्रतिनिधियों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की.
छिंदवाड़ा में मक्के का रकबा लगातार बढ़ा
वहीं, छिंदवाड़ा किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग से मिले आंकड़े के अनुसार छिंदवाड़ा जिले में मक्का के अनुकूल जलवायु होने की वजह से हर साल लगातार रकबा बढ़ रहा है. साल 2022 में 3 लाख 50 हजार हेक्टेयर में मक्का लगाया गया था तो 2023 में 3 लाख 52000 हेक्टेयर में लगाया गया. इस साल 3,57,000 हेक्टेयर में किसानों ने मक्का लगाया गया. जिले में अब मक्के का उत्पादन इतना अच्छा हो रहा है कि किसान खरीफ के सीजन के साथ-साथ ही रबी के सीजन में भी मक्के की खेती कर रहे हैं.