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शिफ्ट होगा हल्द्वानी का 200 साल पुराना कालू सिद्ध मंदिर, प्रशासन से बनी सहमति

हल्द्वानी के रक्षक कालू सिद्ध का मंदिर शिफ्ट होगा, यहां प्रसाद में गुड़ की भेली चढ़ाई जाती है

Kalu Siddh Temple Shift
शिफ्ट होगा 200 साल पुराना कालू सिद्ध मंदिर (PHOTO- ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : 3 hours ago

Updated : 3 hours ago

हल्द्वानी:नैनीताल सड़क चौड़ीकरण को लेकर प्रशासन को बड़ी राहत मिली है. नैनीताल रोड स्थित कालाढूंगी चौराहे पर स्थित 200 साल पुराने कालू सिद्ध मंदिर को शिफ्ट करने के लिए आम सहमति बना ली गई है. जिला प्रशासन और मंदिर के महंत कालू गिरि महाराज के साथ हुई वार्ता के बाद आम सहमति बन गई है. प्रशासन ने कहा कि कालू सिद्ध मंदिर को बगल में ही शिफ्ट किया जाएगा. जल्द ही मंदिर शिफ्ट करने का कार्य शुरू होगा.

दरअसल, मंगल पड़ाव से रोडवेज स्टेशन तक सड़क चौड़ीकरण कार्य को लेकर प्रशासन लगातार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रहा है. वहीं सड़क चौड़ीकरण में बाधा बन रहे मंदिर को शिफ्ट करने को लेकर कई दौर की बैठक भी हुई. लेकिन सभी बैठकें विफल रही. आखिरकार 26 अक्टूबर को हुई जिला प्रशासन और मंदिर के महंत कालू गिरि महाराज के साथ बैठक में मंदिर शिफ्ट करने पर सहमति बनी. यही नहीं, मंदिर के पास पीपल के पेड़ को भी मंदिर के साथ ही शिफ्ट किया जाएगा. जबकि मंदिर के अंदर बनी समाधि को भी शिफ्ट करने की कार्रवाई की जाएगी. मंदिर शिफ्ट के बाद 12 मीटर सड़क चौड़ीकरण किया जाएगा. साथ ही चौराहे पर फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कराया गया.

हल्द्वानी के रक्षक कालू सिद्ध का मंदिर शिफ्ट होगा (VIDEO- ETV Bharat)

मंदिर की मान्यता: कालू सिद्ध बाबा को हल्द्वानी शहर का रक्षक माना जाता है. हल्द्वानी का कालू सिद्ध मंदिर करीब 200 साल पुराना है. मंदिर के अंदर लगा पीपल का पेड़ भी लोगों की आस्था का बड़ा केंद्र है. यहां पर भगवान शनि की दशकों पुरानी मूर्ति भी है. कालू सिद्ध बाबा के मंदिर में वर्षों से गुड़ की भेली चढ़ाने की परंपरा है. कहा जाता है कि सच्चे मन और श्रद्धा के साथ कालू सिद्ध मंदिर में गुड़ चढ़ाने से लोगों के कष्ट दूर होते हैं.

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