लखनऊ: विधानसभा मार्ग स्थित आंबेडकर महासभा परिसर में शुक्रवार को बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के निर्वाण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि विपक्ष पर जमकर निशाना साधा. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह लोग सिर्फ संविधान की प्रति दिखाकर ढोंग कर रहे हैं. उन्हें बाबा साहब के मूल्यों से कोई लेना देना नहीं है. इससे पहले भी इन्होंने बाबा साहब के मूल संविधान पर कुठाराघात करके उसकी हत्या करने का प्रयास किया था. संविधान की प्रस्तावना उसकी आत्मा होती है. कांग्रेस ने संविधान की प्रस्तावना से उसकी आत्मा हटाने का काम किया है. वर्ष 1975 में देश में इमरजेंसी लागू करके बाबा साहब का अपमान किया था. कांग्रेस यही कर रही है.
कांग्रेस ने मूल संविधान की प्रस्तावना में संशोधन करके वह शब्द डालने का काम किया था, जो बाबा साहब ने मूल संविधान में डाले ही नहीं थे. ऐसे में जो यह ढोंग कर रहे हैं, उसका वास्तविक चेहरा जनता और देश के सामने लाने की आवश्यकता है. बाबा साहब हमेशा वंचित, पीड़ित और शोषित लोगों के लिए काम करते रहे. उन्होंने ही समाज को नई दिशा दिखाते हुए खुशहाल समाज की परिकल्पना दी. इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने हजरतगंज स्थित बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
बांग्लादेश को लेकर बाबा साहब ने पहले ही आगाह कर दिया थाःअंबेडकर महासभा में लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं, बौद्ध और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगाें को कट्टरपंथियें द्वारा मारा जा रहा है और जलाया जा रहा है. उनकी संपत्तियों को लूटा जा रहा है. इतना ही नहीं माता और बहनों की इज्जत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. जब तक वहां जिन्ना का जिन्न रहेगा तब तक इस तरह की अराजकता होती रहेगी. वहां पर गरीबों और वंचितों का शोषण हो रहा है. यह पाप 1947 में देश के विभाजन के रूप में सभी के सामने आया था. उसी का बदसूरत स्वरूप बांग्लादेश के रूप में फिर हमारे सामने है. बाब साहब ने 1946-47 में ही जनता को इसे लेकर आगाह कर दिया था. उन्होंने कहा था कि देश का बंटवारा मत होने दीजिए. अगर यह हो गया तो आर-पार की लड़ाई शुरू हो जाएगी, जो आज हमारे सामने है.
हजरतगंज में बाबा साहब को श्रद्धांजलि देते सीएम योगी. (Photo Credit; ETV Bharat)
बाबा साहब की बात मानने वाले आज सुरक्षितःमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज कुछ लोग समाज को धोखा दे रहे हैं. वह समाज में झूठ फैला रहे हैं. यह वही लोग हैं, जो उसे समय हैदराबाद के निजाम और उनके राजाकारों द्वारा दलितों के गांव जलाए जा रहे थे तो चुप थे. उस दौरान उनका शोषण हो रहा था. उन पर अत्याचार किया जा रहा था. उस समय भी बाबा साहब आंबेडकर ने खुला पत्र लिखा था कि हैदराबाद के निजाम की रियासत के जिन दलितों पर अत्याचार हो रहा है, वह महाराष्ट्र की ओर चले जाएं, लेकिन अपना धर्म और मत न बदलें. वहीं, हैदराबाद के निजाम और पाक परस्त जिन्ना के लोगों ने अपने नापाक इरादों को अंजाम देने के लिए बाबा साहब को प्रलोभन देने का प्रयास किया, लेकिन वह अपने आदर्शों से टस से मस नहीं हुए. उन्होंने कहा कि मैं हमेशा भारतीय ही रहूंगा. मैंने भारतीय के रूप में जन्म लिया है और मेरी अंतिम यात्रा भी भारतीय के रूप में ही निकलेगी. उन्होंने आजीवन इस व्रत का पालन भी किया.
योगेंद्र नाथ की बात मानने वाले सह रहे अत्याचारः सीएम ने कहा कि बाबा साहब लगातार दलित और वंचितों के लिए काम करते रहे. जिन लोगों ने बाबा साहब की बात मानी, वह आज भारत में सुरक्षित हैं और आरक्षण का लाभ प्राप्त कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि हमारी सरकार उन सभी का सम्मान करने के साथ उन्हें हर सुविधा उपलब्ध करा रही है. योगेंद्र नाथ मंडल की बातों में आकर जो लोग बहक गये थे, वह आज पाकिस्तान और बांग्लादेश में अत्याचार सह रहे हैं. यह दृश्य आज हम सभी के सामने हैं.
दलितों का शोषण करने वाले आज बांग्लादेश की घटना पर मौनःसीएम योगी ने कहा कि वर्ष 1947 में पाकिस्तान और बांग्लादेश में हिंदुओं की बड़ी तादाद में आबादी थी. बांग्लादेश में 1971 तक 22 पर्सेंट हिंदू रहते थे, आज 6 से 8 फीसदी रह गये हैं. वहां जो कुछ भी हो रहा है, अगर इसी तरह नरसंहार चलता रहा तो यह संख्या बहुत सीमित रह जाएगी. इसको लेकर आवाज उठनी शुरू हो गयी है. यह आवाज वही उठा रहे हैं, जो दलितों के काम करना चाहते हैं. वहीं, जो लोग हमेशा दलितों को अपना वोट बैंक बना करके उनका शोषण करते आए हैं, वह बांग्लादेश की घटना पर मौन हैं. उनके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकल रहा है. क्योंकि वह सच स्वीकार बनहीं कर सकते हैं और सच बोल भी नहीं सकते हैं. उनमें बोलने का सामर्थ्य नहीं है, इसलिए वह बांग्लादेश के दृश्य पर मौन हैं.
हमारी सरकार बाबा साहब के सपने को कर रही साकारःसीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार गरीबों, वंचितों और दलितों के लिए बाबा साहब के सपने को साकार करते हुए लगातार काम कर रही है. उन्हें फ्री टॉयलेट, आवास, जमीन के पट्टे उपलब्ध करा रही है. उन्हें पेंशन की सुविधा का लाभ दिया जा रहा है. एससी-एसटी वर्ग के छात्रों स्कॉलरशिप और शुल्क प्रतिपूर्ति दी जा रही है. वर्तमान में हम जीरो पावर्टी के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि आने वाले समय में गरीबी को पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा. इस अवसर पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, मंत्री असीम अरुण, अनुसूचित जाति, जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत, विधान परिषद सदस्य डॉ. लालजी प्रसाद निर्मल, मेयर सुषमा खर्कवाल, विधायक ओपी श्रीवास्तव, रामचंद्र प्रधान, बीजेपी लखनऊ महानगर के अध्यक्ष आनंद द्विवेदी आदि उपस्थित थे.
सिखों और हिंदुओं के बीच दूरी पैदा करने वालों से सावधान रहेंः वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहियागंज गुरुद्वारा में गुरु परंपरा के नवम् गुरु श्री तेग बहादुर जी महाराज के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. सीएम योगी ने उनके बलिदान और स्मृतियों को नमन करते हुए कहा कि सिख पंथ के अनुयायियों ने अपनी साधना और सामर्थ्य से अपने कौम के साथ-साथ पूरे देश को और पूरे सनातन धर्म को न केवल सुरक्षा प्रदान की बल्कि एक लंबे समय के लिए उन्हें अभय भी प्रदान किया. गुरु तेग बहादुर जी महाराज ने उस समय कश्मीर को बचाया था, जब वहां के सनातन धर्मावलंबियों को विदेशी आक्रांताओं द्वारा धर्म परिवर्तन करने का आदेश मिला था. मुख्यमंत्री ने सिखों और हिंदुओं के बीच दूरी पैदा करने वालों से सावधान रहने की अपील की. सीएम ने श्री तेग बहादुर जी महाराज के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी. (Photo Credit; ETV Bharat) गुरु तेग बहादुर विदेशी आक्रांता के सामने सिर नहीं झुकायाः सीएम योगी ने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने कश्मीरी पंडितों को एक नया जीवन दिया था. धर्म परिवर्तन के आदेश के बाद सुरक्षा के लिए भटक रहे कश्मीरी पंडितों को न सिर्फ नया जीवन दिया था बल्कि उनसे कहा था कि अत्याचारियों से कह दो कि पहले हमारे गुरु को इस्लाम स्वीकार कराओ. सीएम योगी ने कहा कि गुरु तेग बहादुर ने हमेशा देश और धर्म को प्राथमिकता दी और किसी विदेशी आक्रांता के सामने सिर नहीं झुकाया.गुरु नानक देव ने बाबर के अत्याचारों के खिलाफ उठाई आवाजः सीएम योगी ने कहा कि वह कैसा कालखंड रहा होगा जब एक विदेशी आक्रांता बाबर देश के अंदर अत्याचार कर रहा था, उसके खिलाफ गुरु नानक देव ने आवाज उठाई थी. इतिहास के उन पन्नों को कौन नहीं जानता है, जब भक्ति की इस परंपरा से ऊपर उठकर उन्होंने समय के साथ तात्कालिक समाज को एक नई दिशा देने का काम किया था. वहां से चलकर हम शहादत और बलिदान की एक सुदृढ़ नियम को आगे बढ़ाते हुए गुरु गोविंद सिंह महाराज तक पहुंचे. वह शक्ति का एक दिव्य पुंज बन करके न केवल सनातन धर्म की रक्षा के लिए बल्कि भारत की रक्षा के लिए अपने आपको बलिदान करने से पीछे नहीं हटे.इतिहास हमें हमारी गलतियों के परिमार्जन का दे रहा अवसरः मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बांग्लादेश में जो कुछ भी हो रहा है, वह किसी से छुपा हुआ नहीं है. पाकिस्तान में इससे पहले जो कुछ भी हुआ वह किसी से छुपा हुआ नहीं है. आखिर ननकाना साहिब इन सबसे कब तक दूर रहेगा. हमें हमारा अधिकार वापस मिलना चाहिए. सीएम योगी ने कहा कि अगर 1947 में सूझबूझ दिखाई गई होती तो संभव है कि आज हरि कीर्तन यात्रा में आने वाला व्यवधान वहां पर नहीं देखने को मिलता. उन गलतियों के परिमार्जन का अवसर आज इतिहास हमें दे रहा है.शहादत की परंपरा सिख कौम ने दीः सीएम योगी ने कहा कि उन लोगों से सावधान होने की आवश्यकता है जो हिंदुओं और सिखों के बीच में खाई पैदा करना चाहते हैं. वो लोग इतिहास को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं. हमें गुरु परंपरा के प्रति श्रद्धा का भाव रखते हुए इस बारे में अपने आप को तैयार करना है. यह गुरु परंपरा गुरु नानक देव जी से लेकर के गुरु गोविंद सिंह महाराज तक और जो शहादत की परंपरा सिख कौम ने देश और धर्म के लिए दी है यह हमें जीवंतता प्रदान करता है. हमें उसका अनुसरण करना है, उसको अपना इतिहास मानना है, उसको अपने जीवन का हिस्सा मानना है और वही हमारे लिए आने वाली पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए एक आधार हो सकता है. इस अवसर उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री सरदार बलदेव सिंह औलख, उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परविंदर सिंह समेत गुरुदवारा समिति से जुड़े कई पदाधिकारी उपस्थित रहे.