जयपुर:प्रदेश में कानून-व्यवस्था और महिलाओं पर अपराध को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर ट्वीट करके सरकार की मंशा पर सवाल उठाए.
अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था की स्थिति दिनों-दिन बदतर होती जा रही है. महिलाएं एवं दलित वर्ग इस उत्पीड़न से सबसे ज्यादा प्रताड़ित हैं. चाहे बाड़मेर में दलित के साथ बर्बर मारपीट का प्रकरण हो या जोधपुर में बालिका के साथ गैंगरेप का. प्रदेश में बढ़ते अपराधों से आमजन में भय व्याप्त है. अब पुलिस भी बदमाशों के बढ़ते प्रकोप की पीड़ित बनती जा रही है.
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'कानून व्यवस्था पर ध्यान दे सरकार':गहलोत ने कहा कि झुंझुनू के सुल्ताना में बदमाशों ने थाने में घुसकर पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला करना इसी का प्रतीक है कि पुलिस भी बदमाशों से पीड़ित है. राज्य सरकार को अब पूर्ववर्ती सरकार पर आरोप लगाने की राजनीति खत्म करके प्रदेश की कानून व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए, जिससे आमजन में अपराधियों से भय व्याप्त ना रहे और प्रदेश में अमन-चैन वापस आ सके.
डोटासरा ने लिखा — कहीं भी सुरक्षित नहीं बेटियां: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, कुछ तो शर्म करो सरकार. भाजपा की निकम्मी सरकार और कमजोर कानून व्यवस्था का परिणाम है कि आज हमारी बेटियां गांव, घर और स्कूल में भी सुरक्षित नहीं है. एक के बाद एक छोटी-छोटी बच्चियों से दरिंदगी की घटनाएं प्रदेश को शर्मसार कर रही हैं, लेकिन 'मुख्यमंत्रीजी' आंखें मूंदकर बैठे हैं. महिला सुरक्षा का वादा करके भाजपा सत्ता में आई, लेकिन पिछले 1 साल में नाबालिग बच्चियों के साथ रिकॉर्ड अपराध और दरिंदगी की घटनाएं हुई हैं.
आंकड़े बता रहे हैं भाजपा के दावों की हकीकत: डोटासरा बोले, साल 2024 में प्रदेश की 1610 नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म हुआ है. जो पिछली कांग्रेस सरकार के समय 2023 की तुलना में 3.34% और 2022 की तुलना में 10.2% अधिक हैं. 2024 में प्रदेश में 7 हजार से ज्यादा महिलाओं से दरिंदगी और पॉक्सो एक्ट के मामले दर्ज हुए हैं, लेकिन सरकार ना कानून व्यवस्था दुरस्त कर पाई और ना ही बेटियों को सुरक्षा दे पाई. मासूम बेटियों से दुष्कर्म की आए दिन घटनाएं और ये आंकड़े भाजपा सरकार का असली चेहरा उजागर कर रहे हैं. साथ ही भाजपा के 'नहीं सहेगा राजस्थान' नारे की असलियत बता रहे हैं.
जूली ने कहा- आंख मूंदकर बैठे हैं मुख्यमंत्री: नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, भाजपा सरकार की निकम्मी नीतियों और कमजोर कानून व्यवस्था के कारण, राजस्थान की बेटियां आज गांव, घर और स्कूल में भी सुरक्षित नहीं हैं. एक के बाद एक छोटी-छोटी बच्चियों से दरिंदगी की घटनाएं प्रदेश को शर्मसार कर रही हैं, लेकिन मुख्यमंत्री आंखें मूंदकर बैठे हैं. उन्होंने सरकार से जवाब मांगा है. उन्होंने सरकार से तुरंत कार्रवाई करने और महिला सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है.
महिलाओं-बच्चियों पर बढ़े अपराध: जूली ने कहा, महिला सुरक्षा का वादा करके भाजपा सत्ता में आई, लेकिन पिछले एक साल में नाबालिग बच्चियों के साथ रिकॉर्ड अपराध और दरिंदगी की घटनाएं हुई हैं. साल 2024 में प्रदेश की 1610 नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म हुआ है, जो पिछली कांग्रेस सरकार के समय 2023 की तुलना में 3.34% और 2022 की तुलना में 10.2% अधिक है. वे बोले- यह आंकड़े भाजपा सरकार का असली चेहरा उजागर कर रहे हैं और उनके 'नहीं सहेगा राजस्थान' नारे की असलियत बता रहे हैं.