खूंटीः भाजपा आदिवासी विरोधी और सामंती मानसिकता वाली पार्टी है. राजनीति में आदिवासी, दलित और पिछड़ों को आगे बढ़ने नहीं देना चाहती. भाजपा यह नैरेटिव सेट करने चाहती है कि कोई भी गैर भाजपा सरकार अपना 5 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण नहीं कर पाती, ये नैरेटिव सेट करने में भाजपा कामयाब हो गयी. पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को जेल भेजकर भाजपा अपना शिकार बनाया लेकिन उनकी सदस्यता नहीं छीन पाई. ये तमाम बातें प्रदेश कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने खूंटी में मीडिया से बात करने के दौरान कहीं.
खूंटी में कांग्रेस नेता बंधु तिर्की ने कहा कि जिस तरीके से भाजपा ने महज पांच लाख रुपए के लिए मेरी सदस्या के साथ साथ चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगवा दी, उसी तरह भाजपा यहां के आदिवासी नेताओं के साथ करना चाहती है. सोमवार को खूंटी के कचहरी मैदान में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने भाजपा पर साधा निशाना है.
बंधु तिर्की ने कहा कि फ्लोर टेस्ट में जब सदन में हेमंत सोरेन आये तो कुछ लोगों को हेमंत सोरेन का आना नागंवार लग रहा था. कोई भी सिटिंग मुख्यमंत्री को कस्टडी में लेकर जबरन राज्यपाल के पास लेकर इस्तीफा दिलवाना पहली घटना है. इस तरह की घटना से आदिवासी, दलित और पिछड़ों को समझना चाहिए कि भाजपा कभी भी आदिवासी, दलित और पिछड़ों का हितैषी नहीं हो सकता. उन्होंने गणेश को दूध पिलाने और पीने जैसी बातों को कहकर भाजपा पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा से ही आदिवासी को ठगने का काम किया, जनप्रतिनिधियों को भाजपा के छल से बचना चाहिए. उन्होंने कहा कि यहां के आदिवासी सीधे और भोले भाले हैं, जिन्हें गलत बातों को बता कर उनका अधिकार छीनता है.
बंधु तिर्की ने भाजपा पर कई आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि भाजपा अगर आदिवासियों के हितैसी होती तो झारखंड में यहां के वीर सपूतों के नाम से यूनिवर्सिटी, अस्पताल बनवाते लेकिन भाजपा ने तो दीनदयाल और श्यामा प्रासाद मुखर्जी के नाम पर योजनाओं की शुरुआत करती है. उन्होंने बीजेपी की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि दीनदयाल और श्यामा प्रसाद की क्या भूमिका है जो इनके नाम से यूनिवर्सिटी बनाते हैं.