रायबरेली : कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने बुधवार को ऊंचाहार विधानसभा क्षेत्र में नुक्कड़ सभाएं एवं जनसंपर्क किया. प्रियंका गांधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि रायबरेली क्षेत्र का एक महान इतिहास रहा है. स्वतंत्रता का आंदोलन एक तरह से यहीं से मजबूत हुआ, क्योंकि यहां किसानों ने अंग्रेजों के खिलाफ एक आंदोलन किया था. जब आपके पूर्वजों ने यहां आंदोलन किया तो मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू ने इसके बारे में सुनते ही यहां आकर उस आंदोलन में आपके साथ सम्मिलित हुए और इस तरह आपके और हमारे बीच में एक रिश्ता बना, आपसी प्रेम का, आपसी सम्मान का, देश प्रेम का.
उन्होंने कहा कि आपने कई न्याय की लड़ाइयां लड़ी हैं. रायबरेली की जनता हमेशा से ही जागरूक रही है. हमेशा न्याय की लड़ाई की अगुआ रही है, जो राजनीतिक समझ रायबरेली में स्थापित थी. उसकी उभार और उदाहरण बने जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी. लेकिन, जब भी वो आपके सामने आए एक साधारण व्यक्ति के रूप में आपकी समस्याओं को सुनने और समाधान करने आते थे, आपने अपने दुखों को उनसे बताया और उन समस्याओं का समाधान भी उनके द्वारा किया गया.
उन्होंने कहा कि जितने भी बड़े-बड़े काम यहां रायबरेली में आजादी के बाद हुए, ज्यादातर इंदिरा गांधी और सोनिया गांधी के कार्यकाल में हुए. इंदिरा गांधी की शहादत के बाद मेरे पिता की शहादत के बाद मेरी मां आपकी सांसद बनीं. आपके क्षेत्र को विकास को स्थान दिया. आज की राजनीति बिल्कुल बदल गई है. आज की राजनीति में नेताओं की जवाबदेही नहीं है. आज शिक्षित नौजवान बेरोजगार हैं, 35 सालों में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है.
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं को यह एहसास हो गया है कि धर्म के नाम पर गुमराह करके, घरों में आकर दुरदुरिया खिलाकर, वचन दिलवाकर, आपसी धर्म के नाम पर बीजेपी को वोट दिला ही देंगे. उनको बस अपनी सत्ता चाहिए. मतलब इन भाजपाइयों को लगता है कि जब भी चुनाव आएगा हम बस धर्म की बातें करेंगे कोई काम नहीं करेंगे, फिर भी वोट बटोरते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि फिरोजाबाद में मैं एक महिला के घर गई मैंने उनसे पूछा, आपके घर में अंधेरा है क्या लाइट नहीं है? उसने कहा नहीं. मैंने कहा, पानी उसने कहा नहीं. मैंने कहा स्कूल, उसने कहा नहीं. मैंने पूछा सड़क ठीक है, बच्चे पाठशाला जाते हैं, उसने कहा पाठशाला में अध्यापक ही नहीं हैं. फिर मैंने पूछा विकास का कोई काम हुआ है तो उसने कहा कि विकास का तो कोई काम नहीं हुआ है. मैं तो चूड़ी का काम करती हूं, इतना कमा लेती हूं कि बच्चों को बस मुश्किल से खाना खिला लूं. बाकी कुछ नहीं.
उन्होंने कहा कि फिर मैंने उससे पूछा तो वोट किसको दे रही हो? तो उसने कहा कि इसी विधायक को दे रही हूं, तो मैंने कहा कि इस विधायक ने तो कोई काम किया नहीं है. तुमने अभी मुझे खुद बताया, कि कोई विकास का कार्य नहीं हुआ है तो उसने कहा कि क्या बताएं दीदी, धर्म की बात है ना इसलिए मैं इनको वोट दे रही हूं.
प्रियंका गांधी ने कहा कि अब यहां के प्रत्याशी को देखिए पांचों भाई सिर्फ आतंक फैलाने में लगे हुए हैं. प्रधानों को धमका रहे हैं, कोटेदारों को धमका रहे हैं. जब हमारे पिताजी ने पंचायती राज की व्यवस्था की थी तो उनका सपना क्या था, उनकी मूल सोच क्या थी? उनकी सोच थी कि सरकार का केंद्रीय विभाजन नहीं होना चाहिए. मतलब गांव में निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए. गांव में काम होना चाहिए और जब काम हो तो सीधा पैसा गांव में जाए और प्रधान उस कार्य को स्वयं करा लें. लेकिन इन लोगों की मंशा है कि सारे काम यही करें.