कोटा.राजस्थान केकोटा-बूंदी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल की रैली के बाद सर्किट हाउस के नजदीक एक सभा हुई. इस सभा को संबोधित करते हुए पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि जिस व्यक्ति ने हमारे नेता राहुल गांधी की सदस्यता रद्द की. जिसके साइन से सदस्यता खारिज हुई थी, उसको हराने का यह सही मौका है. ऐसे व्यक्ति को संसद नहीं पहुंचने देना है.
डोटासरा ने कहा कि ओम बिरला से बदला लेने का यह अच्छा मौका है. उसे जितने नहीं देंगे. ओम बिरला ने एक ही दिन में हमारे 150 सांसदों की सदस्यता रद्द की थी और 18 कानून पारित कर लिए थे. यह लोकतंत्र को खत्म करने के लिए अलोकतांत्रिक कार्य किया गया था.
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हमारे नोट सीज कर सकते हैं, वोट नहीं - रंधावा : राजस्थान प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि प्रहलाद गुंजल पूरी तरह से हमारे हो गए हैं और अब यह हमारे प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं. यहां से जीत कर अब यह पार्लियामेंट में कांग्रेस की आवाज बुलंद करेंगे.
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं मोदी सरकार को चुनौती देता चाहता हूं कि वह हमारे खातों को सीज कर सकती है. हमारे नोट सीज कर सकती है, लेकिन हमारे वोटों को सीज नहीं किया जा सकती. जिस तरह की भीड़ इस रैली में आई है, उससे साफ है कि कांग्रेस के पक्ष में माहौल है और कोटा-बूंदी से प्रहलाद गुंजल को दिल्ली भेजने पर मुहर लगेगी.
ओम बिरला ने हमेशा झूठ परोसा - धारीवाल : वहीं, सभा को संबोधित करते हुए शांति धारीवाल ने ओम बिरला पर गंभीर आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने हमेशा झूठ परोसा है. पहली बार विधायक बने, तब एमबीएस अस्पताल में मेडिसिन बैंक खोल दिया. कुछ लोगों को दवा मिली, लेकिन वह मेडिसिन बैंक कब, कहां गया, किसी को पता नहीं है. इसके साथ ही जवाहर नगर के एक मंदिर में प्रसादम चला दिया, जहां पर गरीबों को भोजन करने की बात कही, लेकिन अब वह कहां चल रहा है, यह सामने नहीं आ रहा है. राजस्थान में बीजेपी की सरकार आते ही, इस मामले में बिरला का मुंह नहीं खुला. मुकुंदरा में बाघ लाने की बात कहते रहे, लेकिन मुकुंदरा आबाद करने के लिए कुछ भी नहीं किया. कोटा से आईआईटी जोधपुर चली गई, इसका विरोध ओम बिरला ने किया. 10 साल से इनकी सरकार केंद्र में है और बिरला भी जनप्रतिनिधि रहे हैं. इन्होंने कोई नई चीज नहीं खोली.
मेरा चुनाव ताकतवर व्यक्ति से, जिनका संस्थानों पर कब्जा - गुंजल : प्रहलाद गुंजन ने कहा कि मैं कांग्रेस उम्मीदवार बना हूं और भाजपा छोड़कर कांग्रेस को ज्वाइन किया है, लेकिन मेरे सामने चुनाव लड़ रहा प्रत्याशी बहुत ताकतवर व्यक्ति है. प्रहलाद गुंजल को चारों तरफ से पहले भी घेरा गया था, साथ ही नतमस्तक करने का प्रयास भी किया गया था, लेकिन प्रहलाद गुंजल किसी के सामने नतमस्तक नहीं होगा. प्रभु रामचंद्र जी के मंदिर में ही यह नतमस्तक हो सकता है.
मुझे गुलामी मंजूर नहीं है. मैं ताकतवर ओम बिरला को चुनौती देता हूं. कोटा में सारी संस्थाओं पर कब्जा किया गया है. भाजपा में ऐसी स्थिति है कि पद-प्रतिष्ठा चाहिए तो बिरला के भाइयों के फोटो सर पर लगाने पड़ेंगे. यहां ऐसी स्थिति है कि बिरला के भाई भाषण देते हुए कहते हैं कि ओम बिरला पीएम मोदी को भी सीटडाउन करवा देता है. ओम बिरला अपने चेहरे पर लड़ें, इसलिए ही दोनों भाइयों के फोटो अब गायब कर दिए गए हैं.