'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा देने वाली सरकार बेटियां बचाने में नाकाम: कांग्रेस - Narayanpur School Girl Molestation
Narayanpur School Girl Molestation Case नारायणपुर के सरकारी स्कूल की 8 छात्राओं से छेड़छाड़ केस में कांग्रेस ने प्रशासन और सरकार गंभीर आरोप लगाए हैं. कांग्रेस ने प्रशासन पर जांच धीमी करने, केस दर्ज होने पर भी शिक्षकों को गिरफ्तार न करने और सरकार पर आरोपियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. Congress Attacks Vishnudeo Sai Government
रायपुर: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में 8 छात्राओं से छेड़छाड़ केस में साय सरकार पर कांग्रेस हमलावर हो गई है. छात्रों से अभद्रता कि शिकायत की जांच के लिए कांग्रेस ने एक जांच टीम गठित की. जिसने पीड़ित छात्राओं से बात करने के बाद प्रशासन पर धीमी गति से जांच करने, यौन शोषण का आरोप लगने और केस दर्ज होने के बाद भी मंगलवार तक शिक्षकों को गिरफ्तार नहीं करने का आरोप लगाया है.
"सरकार बेटियों को बचाने में नाकाम रही": कांग्रेस की जांच समिति की संयोजक विधायक संगीता सिन्हा ने कहा, "हमारी टीम ने बच्चियों और उनके परिजनों से चर्चा की. बच्चियों के साथ दो शिक्षकों और हेड मास्टर अश्लील हरकत कर रहे थे. कलेक्टर द्वारा बनाई गई जांच टीम अब तक वहां नहीं पहुंची. न ही अब तक किसी भी शिक्षक पर कार्रवाई की गई. आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा है. 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा लगाने वाली सरकार बेटियों को बचाने में नाकाम रही है." कांग्रेस पार्टी ने की तीनों आरोपियों को बर्खास्त करने की मांग की है.
कोर्ट में याचिका पेश कर सकती है कांग्रेस: संगीता सिन्हा ने आगे कहा, "इस पूरे मामले में एसपी गोलमोल जवाब दे रहे हैं. यह एक मंत्री का विधानसभा क्षेत्र है, इस कारण सरकार का आरोपियों को संरक्षण प्राप्त है. मंत्री को भी चाहिए कि मामले पर संज्ञान लें, उनके क्षेत्र का मामला है."
सिर्फ एफआईआर दर्ज किए जाने की बात कही जा रही है, लेकिन शिक्षकों की गिरफ्तारी नहीं की गई. यदि सरकार कार्रवाई नहीं करती तो हम राज्यपाल के पास जाएंगे. उसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती तो हम कोर्ट में याचिका पेश करेंगे. - संगीता सिन्हा, कांग्रेस विधायक, बालोद
आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के बढ़ा विवाद: नारायणपुर जिले के एक स्कूल में 8 छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है. इस केस में सरकारी स्कूल की छात्राओं से अश्लील हरकत करने वाले तीन शिक्षकों के खिलाफ पुलिस ने आईपीसी की धाराओं और पॉक्सो एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज किया है. लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किए जाने से विवाद बढ़ गया है. कांग्रेस ने केस की जांच के लिए बालोद विधायक संगीता सिन्हा के नेतृत्व में 8 सदस्य जांच दल गठित किया. यह जांच दल मंगलवार को नारायणपुर पहुंचा और पीड़ित छात्राओं से बात की थी. जिसके बाद कांग्रेस सरकार पर हमलावर नजर आ रही है.