रायपुर :भिलाई में वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन की अजीब हरकत ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा है. मामला बंगला प्रेम का है.वो भी शासन का नहीं बल्कि बीएसपी का. दरअसल विधायक के समर्थकों ने बीते दिनों बीएसपी से अलॉट पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के बंगले का ताला तोड़कर उसमें जबरन प्रवेश किया.यही नहीं समर्थकों ने बंगले के बाहर विधायक रिकेश सेन का बोर्ड लगाया इसके बाद ताम्रध्वज साहू की नाम पट्टिका निकालकर सड़क पर फेंक दी. इसके बाद समर्थकों ने जयघोष के नारे लगाते हुए रिकेश सेन के पक्ष में नारे लगाए.
कांग्रेस ने घटना की निंदा की :इधर कांग्रेस ने इस मामले में विधायक रिकेश सेन को घेरा है. कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा है किबीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को बेलगाम हो चुके बीजेपी विधायक पर लगाम कसनी चाहिए.कांग्रेस कहना है कि ये स्तरहीन प्रयास है.कांग्रेस के मुताबिक उनके शासन में बृजमोहन अग्रवाल को बंगला अलॉट किया गया था.जबकि वो बंगला शासन के मंत्री को अलॉट हो चुका था.बावजूद इसके बृजमोहन अग्रवाल से बंगला खाली नहीं कराया गया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के साथ व्यवहार निंदनीय :कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह सत्ता का अहंकार है. सत्ता आते जाती रहती हैं, लेकिन सौजन्यता नहीं छोड़ी जानी चाहिए. ताम्रध्वज साहू सांसद रह चुके हैं, अनेकों बार विधायक रहे हैं. प्रदेश के गृहमंत्री रहे हैं. छत्तीसगढ़ में पहले सरकार के मंत्री रहे हैं. ऐसे वरिष्ठ नेता को यदि मकान अलॉट था, वो भी बीएसपी के द्वारा उन्हें अलॉट किया गया था, ना कि राज्य सरकार के द्वारा, यदि अलॉटमेंट खत्म होता है, तो उन्हें समय दिया जाना था.
''हमारी सरकार भी थी, बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी पत्नी के नजर दोष का हवाला देते हुए हमारी सरकार से बंगला ना खाली करवाने को कहा था. जबकि वो बंगला एक मंत्री को अलॉट किया गया था. बावजूद उसको हमने कैंसिल किया और बृजमोहन को पूरे 5 साल तक बंगले में रहने दिया गया।.सरकार आती जाती रहती है और जिसका जो अधिकार है वह मिलना चाहिए, यह कार्रवाई गलत है.''सुशील आनंद शुक्ला, प्रवक्ता कांग्रेस