जशपुर :जशपुर की देशदेखा पहाड़ी 4 दिवसीय युवा उत्सव जशपुर जंबूरी हो रहा है.जिसका समापन 20 अक्टूबर को है. कार्यक्रम का उद्देश्य जशपुर की संस्कृति, पर्यटन और युवा शक्ति को एक मंच पर लाना है. आपको बता दें कि जशपुर जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं. जशपुर वन संपदा से भरपूर जिला है. इसे प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण जिला माना जाता है.कलेक्टर डॉ रवि मित्तल के मार्गदर्शन में जशपुर में युवाओं के चार दिवसीय जम्बूरी उत्सव मनाया जा रहा है. जहां दूसरे राज्य के युवा शामिल हुए हैं. हर मौके का आनंद उठा रहे. आज की भाग दौड़ जिन्दगी में जशपुर में कुछ पल सुकुन से बिताने का अच्छा मौका मिला है. जिसका युवा वर्ग भरपूर लाभ उठा रहा है.
क्या है जशपुर जम्बूरी देशदेखा :जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिषेक कुमार ने बताया कि अंतिम दिवस 20 अक्टूबर को जशपुर जंबूरी देशदेखा में सुबह 11 बजे से शिविर स्थल के पास व्यापारिक एवं खाद्य स्टॉल लगाया जाएगा. साथ ही युवाओं को क्षेत्र के स्थानीय जनजातीय लोगों के हाथों से तैयार दोना पत्तल और छिद कांसा से तैयार सामग्री का परिचय भी करवाया जाएगा. स्थानीय लोक कला लोकनृत्य का भी आनंद उठाएंगे संगीत बैण्ड प्रस्तुति भी दी जाएगी.
जंबूरी देशदेखा में आदिवासी संस्कृति की झलक, देश भर के युवा हुए एकजुट - JAMBOREE FESTIVAL
जशपुर के जंबूरी देशदेखा उत्सव में आम जनता के लिए भी खास आयोजन किए गए हैं.इस आयोजन में देश भर के युवा इकट्ठे हुए हैं.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Oct 19, 2024, 10:39 PM IST
आम जनता भी अंतिम दिवस देश देखा के जम्बूरी उत्सव का आनंद उठा सकते हैं.साथ ही आम नागरिक अपनी इच्छा अनुसार रॉक क्लाइंबिंग नेचर वॉक टेंट एक्सपीरियंस गतिविधियों में शामिल होकर आनंद उठा सकते हैं- अभिषेक कुमार, CMO, जिला पंचायत
जम्बूरी के तीसरा दिन युवाओं में भारी उत्साह : जशपुर जम्बूरी के तीसरे दिन की युवाओं की शुरुआत ताजगी भरी रही. प्रतिभागियों ने सुबह-सुबह हर्बल चाय का आनंद लिया. हरियाली की सुंदर वादियों और देश देखा में हर्बल चाय पीते ही ताजगी आ गई. इसके बाद रोमांचक रैपलिंग की गतिविधि शुरू हुई. प्रतिभागी दिव्या प्रियदर्शिनी ने बताया कि नाश्ते के बाद, वे 'जॉय ऑफ लाइफ' सत्र में शामिल हुए, जिससे दिन की जीवंत ऊर्जा बढ़ गई.आपको बता दें कि सुंदर वादियों की सैर सपाटे के लिए जशपुर में कई पर्यटन स्थल हैं. रानी दाह, चाय बागान, स्थानीय संग्रहालय और फूड लैब जैसी जगहें देखने लायक हैं.
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