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टीचर मेरे नोटबुक को लेकर दूसरे क्लास में जाते थे, बच्चों से कहते राइटिंग हो तो साय जी जैसी: विष्णु देव साय - PARIKSHA PE CHARCHA 2025

सीएम ने कहा कि ''हमें असफलतों से सीखना चाहिए, आत्महत्या बुजदिल करते हैं. बहादुर लड़ना और जीतना जानते हैं''.

Pariksha Pe Charcha 2025
मुख्यमंत्री की राइटिंग की होती थी तारीफ (ETV Bharat)

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Feb 10, 2025, 4:51 PM IST

रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के छात्रों के साथ परीक्षा पर चर्चा की. पीएम के कार्यक्रम की तारीफ करते हुए सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि इस तरह के आयोजन से बच्चों का हौसला बढ़ता है. सीएम ने अपने छात्र जीवन पर चर्चा करते हुए कहा कि उनका बचपन बेहद मुश्किलों में बीता. पिता के देहांत के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी उनके ऊपर आ गई. छोटे भाई को पढ़ाना और घर के देखभाल करने की बड़ी जिम्मेदारी ने उनको समय से पहले ही जिम्मेदार बना दिया.

सीएम के राइटिंग की होती थी तारीफ: सीएम ने कहा कि जब वो स्कूल में पढ़ते थे तब उनका राइटिंग काफी सुंदर हुआ करती थी. स्कूल के टीचर उनकी नोटबुक दूसरे क्लास में लेकर बच्चों को दिखाते हुए कहते थे ''राइटिंग हो तो विष्णु देव साय जैसी''. सीएम ने कहा कि वो साइंस के विद्यार्थी रहे. उनकी पढ़ाई में शुरु से दिलचस्पी रही. पढ़ाई में वो हमेशा अव्वल रहे. स्कूल के शिक्षक उनकी मेहतन का उदाहरण बच्चों को दिया करते थे.

मुख्यमंत्री की राइटिंग की होती थी तारीफ (ETV Bharat)

परीक्षा पर चर्चा 2025:पीएम मोदी ने छात्रों के साथ परीक्षा पर चर्चा की. रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में कार्यक्रम का प्रसारण किया गया. बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने पीएम की बातों को गंभीरता के साथ सुना. सीएम साय ने कहा कि परीक्षा परिणामों से निराश होकर कई बार छात्र गलत कदम उठा लेते हैं. सीएम ने कहा कि हमें निराशा और अवसाद नहीं जाना चाहिए. असफलता से हमें सीखना चाहिए.

विष्णु देव साय ने किया परिवार का जिक्र: सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि जब उनकी उम्र महज 10 साल की थी तब उनके पिता का स्वर्गवास हो गया. परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. भाईयों और मां, दादी की जिम्मेदारी मेरे कंधों पर आ गई. घर का सबसे बड़ा बेटा होने के नाते घर की पूरी व्यवस्था संभालनी थी. छोटे भाईयों को पढ़ाना भी था. कभी मैंने सोचा नहीं था कि मैं सरकारी नौकरी करुंगा या फिर विधायक, सासंद, प्रदेश अध्यक्ष या फिर सीएम बनूंगा. साय ने कहा कि अगर ये पता होता मैं थोड़ा और पढ़ाई कर लिया होता. सीएम ने कहा कि जो पढ़ाई मैंने की वो हमारे खेती बाड़ी के लिए काफी थी. मैंने भाईयों को पढ़ाने की जिम्मेदारी उठाई और उनके जीवन को बेहतर बनाया.

छोटे भाई को रायपुर से इंजीनियरिंग कराया. आज वो बिजली विभाग में ईडी है. एक भाई की डेथ हो गई, उसने भी लॉ की पढ़ाई की थी. सबसे छोटा भाई जेल विभाग की नौकरी में है. इस तरह से मैंने अपनी जिम्मेदारी को निभाया. मेरे भाग्य जो था वो जनता और भगवान के आशीर्वाद से मिला, जो नहीं सोचा था वो भी मिला - विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री


सीएम ने भी दिए बच्चों को टिप्स: विष्णु देव साय ने कहा कि आज परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों से बातचीत की और उन्हें परीक्षा की तैयारी के टिप्स दिए. किस तरह से परीक्षा की तैयारी करनी है और कैसे सफलता हासिल करनी चाहिए. सीएम साय ने कहा कि असफलता मिलने पर हमें निराशा नहीं होना चाहिए बल्कि दोगुनी ताकत से फिर तैयारी करनी चाहिए. परीक्षा को तनाव का माध्यम नहीं बनाना चाहिए बल्कि उसे चुनौती के रूप में लेना चाहिए. निराशा में आकर गलत कदम उठाना गलत है.

5 करोड़ बच्चे जुड़े: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि आज कार्यक्रम में देशभर से करीब 5 करोड़ बच्चे जुड़े. सीएम ने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा सवाल करने वालों में छत्तीसगढ़ के बच्चों की संख्या रही. सीएम ने कहा कि मार्च में 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा शुरू हो रही है, पांचवी आठवीं की परीक्षाएं भी होने वाली हैं, सभी को मेरी सलाह की भय मुक्त होकर सभी एग्जाम दें सफलता जरूर मिलेगी.

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