शिमला:27 फरवरी को हुए राज्यसभा चुनाव के बाद से हिमाचल में सियासी पारा हाई है. एक बार फिर प्रदेश में सियासत चरम पर है. विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अयोग्य करार दिए गए 6 विधायकों के मामले पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है. वहीं, दूसरी तरफ निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा व कांग्रेस के बागी चैतन्य के पिता के खिलाफ शिमला के बालूगंज थाना में मामला दर्ज हुआ है. इन सभी घटनाक्रम के बीच कांग्रेस अपना कुनबा एकजुट करने में जुट गई है. आज शाम 5 बजे सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक और नेता केंद्र सरकार के खिलाफ मशाल जुलूस निकालेंगे. प्रदेश सरकार का आरोप है कि केंद्र सरकार और बीजेपी ने हिमाचल में बहुमत वाली कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश की है.
कांग्रेस 11 मार्च यानी आज शाम 5 बजे रिज मैदान पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने भाजपा के खिलाफ अपना रोष प्रदर्शन करेगी. इस दौरान कांग्रेस केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ अलोकतांत्रिक ढंग से हिमाचल में कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने के विरोध में मशाल जुलूस निकालेगी. इस मशाल जुलूस में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित प्रदेश सरकार के मंत्री, कांग्रेस विधायक और पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे.
प्रदेश कांग्रेस संगठन महामंत्री रजनीश किमटा ने इसको लेकर पार्टी पदाधिकारी, नेता और कार्यकर्ताओं को निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने पार्टी के सभी पदाधिकारियों, सभी संगठनों एवं विभागों के प्रमुखों सहित कार्यकर्ताओं को इसमें शामिल होने को कहा है. किमटा ने केंद्र की भाजपा सरकार की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा केंद्र सरकार एक राजनीतिक षड्यंत्र के तहत हिमाचल की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का असफल प्रयास कर रही है.