देहरादून: कतर से सकुशल लौटे भारतीय नौसेना के रिटायर्ड अफसर सौरभ वशिष्ठ से सीएम धामी ने उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान सीएम धामी ने सौरभ वशिष्ठ और उनके परिजनों को शुभकामनाएं दी. साथ ही उन्हें सम्मानित भी किया. सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की ताकत पूरी दुनिया देख रही है. यही वजह है कि कतर में फंसे नौसेना के पूर्व अधिकारियों की वापसी हो पाई है.
बता दें कि उत्तराखंड के रिटायर्ड कैप्टन सौरभ वशिष्ठ बीती 12 फरवरी को कतर से सकुशल दिल्ली आ गए थे. जिसके बाद 13 फरवरी को देहरादून आवास पहुंचे. जहां सौरभ का उनके परिजनों ने भव्य रूप से स्वागत किया था. वहीं, 14 फरवरी की शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सौरभ वशिष्ठ के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सौरभ की सकुशल रिहाई दुनिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की बढ़ती ताकत की पहचान है. इतना ही नहीं उनकी रिहाई 'मोदी है तो मुमकिन है' का स्पष्ट उदाहरण भी है.
सीएम धामी ने सौरभ वशिष्ट को किया सम्मानित वहीं, सीएम धामी ने कहा कि सौरभ वशिष्ठ लंबे समय के बाद तमाम मुश्किलों का सामना कर वापस घर लौटे हैं. उनके परिवार के लिए यह अवसर दीपावली जैसा है. इसके लिए सीएम धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देशवासियों और विदेशों में रह रहे सभी प्रवासी भारतीयों को परिवारजन कहते हैं. इसके चलते सभी का परिवार के मुखिया की तरह ध्यान भी रखते हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह मौत की सजा का सामना कर रहे कतर से सौरभ वशिष्ठ की सकुशल वापसी का सबसे बड़ा उदाहरण भी है. पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व पर उनके परिवार के साथ खुद उन्हें भी पूरा भरोसा था कि कतर में फंसे सभी 8 लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौत के मुंह से जरूर वापस लाएंगे. गौर हो कि कथित भ्रष्टाचार और जासूसी के आरोप में कतर की अदालत ने बीते साल 27 अक्टूबर को भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई थी. इनमें सौरभ वशिष्ठ भी शामिल थे. अब ये पूर्व अफसर घर लौट आए हैं.
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