देहरादून:हर साल 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस देशभर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस बार भी मुख्यमंत्री आवास में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर 'मेधावी बालिका शिक्षा प्रोत्साहन' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में सीएम धामी ने मेधावी बालिकाओं को सम्मानित किया. वहीं, जिला स्तर पर इंटरमीडिएट और हाईस्कूल में पहले तीन स्थान पाने वाली और विकासखंड स्तर पर प्रथम स्थान हासिल करने वाली बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र एवं मोबाइल फोन देकर सम्मानित किया गया.
318 टॉपर बालिकाएं सम्मानित, 'परिवर्तन पोर्टल' भी लॉन्च:राष्ट्रीय बालिका दिवस पर साल 2022 और 2023 की टॉपर 318 बालिकाओं को सम्मानित किया गया. साथ ही सीएम धामी ने महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग के 'परिवर्तन पोर्टल' को भी लॉन्च किया. इसके अलावा देहरादून स्थित बालिका निकेतन की बालिकाओं को चंद्रयान की फोटो भी भेंट की. वहीं, सीएम धामी ने प्रदेश की सभी बेटियों को राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की. सीएम धामी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में तमाम प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही राज्य सरकार भी प्रदेश की सभी बेटियों की सुरक्षा के लिए संकल्पित हैं.
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बेटियों के साथ अन्याय करने वालों की उत्तराखंड में कोई जगह नहीं:सीएम धामी ने कहा कि बेटियों के साथ अन्याय करने वालों का हमारे राज्य और समाज में कोई स्थान नहीं है. प्रदेश की किसी भी बेटी का अपमान करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. क्योंकि, बेटियां हमारी शान, मान और अभिमान हैं. महान वीरांगना तीलू रौतेली से शुरू होने वाली प्रदेश की वीर नारियों की सूची में टिंचरी माई, गौरा देवी, चंद्रप्रभा ऐतवाल, गंगोत्री गर्ब्याल और बछेंद्री पाल समेत तमाम ऐसे नाम हैं, जिन्होंने हर चुनौती को छोटा साबित कर कुप्रथाओं को तोड़ने और आत्म सम्मान के साथ जीवन जीने की राह समाज को दिखाई.
'मेधावी बालिका शिक्षा प्रोत्साहन' कार्यक्रम में सीएम धामी
पहाड़ की बेटियों की बदल रही परिस्थितियां:वहीं, सीएम धामी ने कहा कि सरकार ने सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 फीसदी आरक्षण देने का फैसला किया है. पहले पहाड़ की बेटियों के जीवन का दूसरा नाम संघर्ष था, लेकिन अब पहाड़ की बेटियों की परिस्थितियां बदल रही हैं. उन्होंने ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के मूलमंत्र को लेकर सरकार भी बेटियों के जन्म से लेकर उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और कौशल विकास तक के लिए तमाम योजनाएं संचालित कर रही हैं. ताकि, प्रदेश की हर बेटी सशक्त और सबल हो. साथ ही प्रदेश के समग्र विकास में बराबर की भागीदारी निभा सके.
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