रांची: तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल टनल हादसे में फंसे झारखंड के श्रमिकों को जल्द ही लाया जायेगा. राज्य सरकार के द्वारा इस मामले में लगातार तेलंगाना सरकार से संपर्क किया जा रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस संबंध में विधानसभा परिसर में मीडियाकर्मियों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि राज्य के आला अधिकारी लगातार तेलंगाना के मुख्य सचिव एवं अन्य पदाधिकारियों के संपर्क में हैं. इस संबंध में जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो जायेगी.
गौरतलब है कि घटना की सूचना मिलने के बाद से राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष के द्वारा तेलंगाना सरकार से लगातार संपर्क किया जा रहा है. एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि विधानसभा के बजट सत्र की सोमवार से शुरुआत हुई है. अभी आने वाले समय में बहुत कुछ देखने को मिलेगा. उन्होंने कहा कि बजट सत्र कैसा होगा इसके लिए मीडिया को बने रहने की जरूरत है. केंद्र पर बकाया राशि से केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अन्नपूर्णा देवी के इनकार किए जाने पर मुख्यमंत्री ने संयमित प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह उनका विभाग नहीं है.
श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल टनल हादसे में झारखंड, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर और पंजाब के मजदूर फंसे हुए हैं. जानकारी के मुताबिक गुमला के पालकोट, कुम्बाटोली, घाघरा और गुमला प्रखंड के करुंदी के रहने वाले मजदूर तेलंगाना टनल हादसे में फंसे हुए हैं. बताया जाता है कि ये चारों मजदूर लंबे समय से तेलंगाना में मजदूरी करते थे. घटना के बाद जहां राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष लगातार वहां चलाए जा रहे राहत बचाव पर नजर रख रही है. वहीं एनडीआरएफ की टीम भी बचाव अभियान में जुटी है.