रांची:राज्य में गरीबी और निर्धनता अब मेधावी छात्र-छात्राओं की उच्च शिक्षा और भविष्य संवारने में बाधक नहीं बनेगी. इसके लिए आज राज्य की चंपाई सोरेन सरकार ने खेलगांव स्थित टाना भगत इंडोर स्टेडियम से गुरुजी स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की. राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख और श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता की उपस्थिति में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने इसके साथ साथ मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना और मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना की भी शुरुआत की. इस मौके पर सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि राज्य का कोई भी गरीब विद्यार्थी की पढ़ाई पैसे के अभाव में ना रुके इसके लिए राज्य सरकार ने एक साथ तीन तीन योजनाओं की शुरुआत की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के मेधावी छात्र-छात्राओं को उच्च और उच्चतर शिक्षा के लिए 15 लाख रुपए तक का ऋण गुरुजी स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड योजना से मिलेगा. इसका लाभ लेने वाले छात्र-छात्राओं को कोई परेशानी ना हो इसके लिए सरकार गारंटर बनेगी.
मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना और मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना की भी शुरुआत
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि इसके साथ ही मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना की भी शुरुआत की गई है. इस योजना के तहत डिप्लोमा या पॉलीटेक्निक करनेवाली छात्राओं को 15 हजार रुपए और बीटेक-डिग्री करने वाली छात्राओं को 30 हजार रुपए हर साल छात्रवृत्ति के रूप में देगी. इसके अलावा मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना के तहत लाभार्थी छात्र-छात्राओं को भोजन के लिए 2500 रुपए हर माह देगी, ताकि वह सरकारी व्यवस्था से प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर सकें और बेहतर भोजन भी कर सकें.
जानिए योजना के तहत कितना मिलेगा विद्यार्थियों को ऋण
गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना और मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत प्रतिवर्ष 2000 छात्र-छात्राएं लाभान्वित होंगे. इसके लिए प्रतिवर्ष अधिकतम 500 करोड़ रुपए का ऋण विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होगा. गुरुजी स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड योजना से लिए ऋण वापसी की अधिकतम सीमा 15 वर्ष तक की होगी और 04 प्रतिशत का ब्याज लगेगा. इसी तरह मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत 10वीं कक्षा उत्तीर्ण छात्राओं को डिप्लोमा कोर्स के लिए ₹15 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रतिवर्ष और डिग्री-बीटेक करने पर 30 हजार रुपए वार्षिक दिया जाएगा. इस योजना के आरंभ में डिप्लोमा कर रही 3000 छात्राओं और डिग्री बीटेक कर रहीं 1200 छात्राओं को लाभ प्राप्त होने का अनुमानित लक्ष्य रखा गया है. मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना का लाभ वैसी छात्राओं को मिलेगा जिनकी पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम 8 लाख है.