नई दिल्ली: दिल्ली में बीते एक महीने से विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गर्म है. 'आप', बीजेपी और कांग्रेस तीनों के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी है. ताजा मामला दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और नई दिल्ली विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित के बीच का है. आइए जानते हैं आरोपों पर उन्होंने क्या कहा-
सवाल: आपने अरविंद केजरीवाल और दिल्ली सरकार पर आंकड़ों के आधार पर आरोप लगाए हैं, क्या है उन आरोपों में?
जवाब:मैंने आंकड़ों के आधार पर जो आरोप लगाए हैं, उन आंकड़ों को आप दिल्ली सरकार के संबंधित विभाग की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं. आंकड़े खुद इस बात की गवाही दे रहे हैं कि दिल्ली में पिछले 10-11 साल में कोई काम नहीं हुआ, जो भी काम हुआ और जो योजनाएं चल रही हैं वह पहले की सरकार द्वारा चलाई गई योजनाएं हैं, जिन्हें आगे बढ़ाया गया है.
सवाल: आपने मुख्यमंत्री आतिशी और सांसद संजय सिंह पर मानहानि का केस करने की बात कही है. इसका क्या कारण है?
जवाब:मुख्यमंत्री आतिशी और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मुझ पर बीजेपी से चुनाव लड़ने के लिए करोड़ों रुपए की फंडिंग लेने का आरोप लगाया है. उससे मेरी मानहानि हुई है. अगर उनके आरोप सही हैं तो मुझ पर ईडी, सीबीआई का छापा पड़ना चाहिए. मेरे खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए. मुझे गिरफ्तार किया जाना चाहिए और बीजेपी के जिस नेता ने पैसे दिए हैं उसपर भी कार्रवाई होनी चाहिए. आतिशी और संजय सिंह ने जो आरोप लगाए हैं उसके या तो सबूत पेश करें नहीं करते हैं तो मैं उन पर आपराधिक मानहानि का केस करने जा रहा हूं.
सवाल: आप नई दिल्ली सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैं. आपका मुकाबला किससे है भाजपा या आम आदमी पार्टी?
जवाब:मेरा मुकाबला किसी से नहीं है. मेरा काम है जनता की सेवा करना. नई दिल्ली वही विधानसभा क्षेत्र है जहां दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने 15 साल का समय विधायक के रूप में बिताया और क्षेत्र का विकास किया. मैं इसी आधार पर लोगों के बीच जाकर चुनाव लड़ूंगा.
सवाल:पिछले तीन चुनाव से ऐसा देखने में आ रहा है कि कांग्रेस का वोट बैंक आम आदमी पार्टी की तरफ चला गया है. इस चुनाव में किस तरह कांग्रेस रणनीति अपना रही है कि वह वोट बैंक वापस आ जाए?
जवाब: यह बात सही है कि हमारा अधिकांश वोट बैंक आम आदमी पार्टी में चला गया था. लेकिन, लोग जिस उम्मीद और बदलाव की बात सोच कर आम आदमी पार्टी की तरफ शिफ्ट हुए थे, अब वह पासा पलट चुका है. जैसा लोगों ने सोचा था वैसा इस सरकार ने कोई काम नहीं किया. भ्रष्टाचार में इस सरकार ने सबको पीछे छोड़ दिया. आम आदमी पार्टी कट्टर बेईमान पार्टी है. इसलिए अब लोग इन्हें सबक सिखाएंगे.