अलवर: राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि एक ओर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा राज्य में अपराधों का ग्राफ गिरने का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा शासित मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री मध्य प्रदेश में पकड़ी गई दो हजार करोड़ रुपए की ड्रग्स राजस्थान के सीमावर्ती जिले से आने का आरोप लगा रहे हैं. ऐसे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को स्पष्ट करना चाहिए कि इनमें कौन सही है.
जयपुर में बुधवार को बयान जारी कर जूली ने कहा कि यदि राजस्थान में नशे के कारोबार की जड़ें फैले होने का मध्य प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय का दावा सही है तो यह गंभीर और चिंताजनक बात है. वहीं, मध्य प्रदेश सरकार झूठी तोहमत लगा रही है तो मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इसका सार्वजनिक रूप से खुलासा करना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा है कि मध्य प्रदेश के भोपाल में 1814 करोड़ रुपए और झाबुआ में 168 करोड़ रुपए की ड्रग्स की दो खेप पकड़े जाने पर मध्यप्रदेश के वरिष्ठ मंत्री ड्रग्स कारोबार की जड़ें राजस्थान में फैली होने की बात कह रहे हैं. जूली ने कहा कि मध्य प्रदेश के मंत्री का यह आरोप गंभीर है और राज्य के मुखिया को इसका स्पष्टीकरण देना चाहिए.
पढ़ें :जूली बोले- राज्य में बच्चियों के साथ हो रहा सामूहिक दुष्कर्म, सीएम को विदेश जाने से फुर्सत नहीं
सीएम आंकड़ों के मकड़जाल का ले रहे सहारा : नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का राज्य में अपराधों का ग्राफ गिरने का दावा गलत है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आंकड़ों के मकड़जाल का सहारा ले रहे हैं. विधानसभा के बजट सत्र में एक सवाल के जवाब में सरकार ने स्वीकार किया था कि वर्ष 2024 के शुरुआती 6 महीनों में राज्य में महिला अपराध के 20 हजार 776 प्रकरण दर्ज हुए हैं. यह आंकड़ा चिंताजनक है.
जबकि सरकार आंकड़ों की बाजीगरी से प्रदेश में बढ़ते अपराधों को रोकने में अपनी विफलता छिपाने की कोशिश कर रही है. नेता प्रतिपक्ष जूली ने कहा कि प्रदेश में जंगलराज की स्थिति पैदा हो गई है. सरकार कई जिलों में पुलिस अधीक्षक तक नहीं लगा पा रही है. गत दिनों भिवाड़ी में सरेआम एक ज्वेलर की लूट के इरादे से हत्या हुई. इसके बाद दिल्ली हाईवे पर एक होटल में रंगदारी वसूलने के लिए गोलियां बरसाई गईं.
कुख्यात गैंगस्टरों के निशाने पर है राजस्थान : नेता प्रतिपक्ष जूली ने कहा कि जिस तरह मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की जघन्य हत्या हुई, उसके बाद राजस्थान में कानून व्यवस्था की समीक्षा को लेकर सरकार ने कोई बड़ा कदम नहीं उठाया. जबकि यह जगजाहिर है कि ऐसे कुख्यात गैंगस्टरों के निशाने पर राजस्थान और राजधानी जयपुर लगातार रही है. आर्थिक महानगर के रूप में विकसित हो रहे जयपुर में नागरिकों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार को विशेष सजगता की जरूरत है.