नाहन: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के कालाअंब थाने में तैनात हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी पिछले तीन दिनों से लापता चल रहा था. वहीं, सोशल मीडिया पर उसका एक वीडियो वायरल हो रहा था, जिसमें उसने पुलिस विभाग के अधिकारियों पर दबाव डालने और शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया था. जिससे हिमाचल पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. वहीं, पुलिस विभाग में खलबली मचा कर लापता जसवीर सैनी हरियाणा के नारायणगढ़ में एक ट्यूबवेल पर लेटा आराम फरमा रहा था, जिसे सीआईडी और सिरमौर पुलिस ने पकड़ लिया.
हिमाचल का बहुचर्चित बना चुका लापता हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी को सीआईडी और सिरमौर पुलिस की टीम ने शुक्रवार देर रात हरियाणा के नारायणगढ़ के पास से सुरक्षित ढूंढ निकाला. वहीं, इस मामले की जांच कर रहे स्टेट सीआईडी क्राइम के डीआईजी डीके चौधरी ने पत्रकार वार्ता को इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने मामले से जुड़ी जानकारी को मीडिया से साझा किया.
सीआईडी (क्राइम) के डीआईजी ने बताया कि तीन दिनों से लापता चल रहा सिरमौर जिले के कालाअंब थाने का हेड कांस्टेबल जसवीर सैनी हरियाणा में एक ट्यूबवेल पर लेटा हुआ था और फिर एक कॉल के बाद वह सीआईडी और पुलिस की पकड़ में आ गया. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हेड कांस्टेबल की मिसिंग का मामला चर्चा में बना हुआ था. हेड कांस्टेबल की पत्नी की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने इस मामले में डीजीपी को निर्देश दिए, जिसके बाद हेड कांस्टेबल मिसिंग केस सीआईडी को ट्रांसफर किया गया.
डीआईजी ने कहा कि बीते शुक्रवार की शाम को ही वह मामले की जांच के लिए नाहन पहुंच गए थे. इस दौरान उन्होंने पाया कि जिला पुलिस यहां पहले से ही हेड कांस्टेबल की तलाश के लिए हर स्तर पर अलग-अलग टीमें जुटी हुई थी, जो अपना काम कर रही थी. ऐसे में उनके साथ भी 2 से 4 लोग सीआईडी के साथ आए. जिला पुलिस टेक्निकल व सर्विलांस सहित विभिन्न टीमें गठित कर अपना काम कर रही थी.
डीआईजी ने कहा, हम सभी को पता था कि आज की तारीख में कोई भी व्यक्ति ज्यादा देर फोन से दूर नहीं रह सकता है. जबकि हेड कांस्टेबल पहले से ही अपना फोन गाड़ी में छोड़कर चला गया था. मगर ऐसा लग रहा था कि 2-4 घंटे से ज्यादा कोई भी व्यक्ति फोन से दूर नहीं रह सकता. लिहाजा जानकारों पर यही प्रेशर डाला कि ऐसा नहीं हो सकता है कि लापता व्यक्ति किसी के संपर्क में न हो. इस पर लगातार काम किया जा रहा था.