हम होंगे कामयाब सेशन में बच्चों ने भगाया एग्जाम का डर, बच्चों ने जाना सफलता का मंत्र - हम होंगे कामयाब
Hum Honge Kamyab session कवर्धा में हम होंगे कामयाब सेशन के जरिए बच्चों के मन से बोर्ड परीक्षा का डर निकाला गया. इस सेशन के जरिए आईपीएस अभिषेक पल्लव ने बच्चों को बताया कि किस तरह से वे परीक्षा की तैयारी करें ताकि सफलता मिले.
ऑनलाइन सेशन में बताया बोर्ड एग्जाम में सफलता के टिप्स
हम होंगे कामयाब सेशन में बच्चों ने भगाया एग्जाम का डर
कवर्धा : कबीरधाम जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की ओर से हम होंगे कामयाब कैंपेन का आयोजन किया गया. इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों की मानसिक स्थिति को समझने और पढ़ाई के दौरान तनाव मुक्त रहने के टिप्स बताना था. यूनिसेफ के सहयोग एवं जिला प्रशासन के माध्यम से हम होंगे कामयाब कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने जिले के 50 से अधिक शासकीय हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूलों के विद्यार्थियों से चर्चा की.
आईपीएस ने दिए सफलता के टिप्स :पुलिस अधीक्षक ने छात्रों को बताया कि परीक्षा के पहले कैसे तैयारी करनी है. परीक्षा से डरने की जरुरत नहीं है.परीक्षा से आप लोग हर समय गुजरेंगे. इसलिए अपनी तैयारी को पूरी रखे. यदि चिंता होती है तो अपने साथी, शिक्षक या अपने माता-पिता , भाई बहन को जरुर बताएं. इस दौरान 10वीं और 12 वीं कक्षा के विद्यार्थी जो परीक्षा देने वाले हैं.उन्होंने ध्यान से आईपीएस डॉ.अभिषेक पल्लव की बातों को सुना और उनसे सवाल भी पूछे.
छात्रों ने पूछे सवाल :इस दौरानविद्यार्थियों ने एसपी अभिषेक पल्लव से कई तरह के सवाल भी पूछे. जैसे पढ़ते-पढ़ते नींद आ जाती है, पढ़ते हैं और भूल जाते हैं. माता पिता का अंकों को लेकर दवाब रहता है. अभी एक महीने बचा है तो किस प्रकार से तैयारी करनी है.जिस पर एसपी ने बच्चों को बहुत ही अच्छे तरिके से इसके जवाब दिए.
''जो बच्चों के सवाल थे उनका जवाब दिया गया. कैसे स्ट्रेस को ठीक करें. कैसे पढ़ा जाए. कैसे सिलेबस को पूरा किया जाए. एग्जाम के दौरान कैसी तैयारी की जाए.उम्मीद है कि ऑनलाइन सेशंस का बच्चों को फायदा होगा. बच्चे ज्यादा कॉन्फिडेंट होंगे,तो ज्यादा अच्छा रिजल्ट लाएंगे.''-डॉ अभिषेक पल्लव,एसपी
डिप्रेशन में जाने वाले बच्चों को दी सीख :एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि दसवीं और बारहवीं के बोर्ड एग्जाम हैं. दसवीं के बच्चे पहली बार बोर्ड एग्जाम देते हैं. देखा गया है कि बच्चे काफी चिंतित रहते हैं डिप्रेशन में चले जाते हैं. काफी लोग एग्जाम स्ट्रेस का शिकार हो जाते हैं. डिप्रेशन में आकर बहुत से बच्चे रिज्लट से पहले या रिज्लट के बाद सुसाइड भी कर लेते हैं. इसलिए ऑनलाइन के माध्यम से जिले लगभग 50 शासकीय स्कूलों के बच्चों से जुड़ा गया. उनसे बातचीत की गई. इससे उनको फायदा मिला.