लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर सीएम ने कहा कि भारत की आजादी के आंदोलन के दौरान उन्होंने युवाओं को विदेशी हुकूमत के खिलाफ एकजुट करके लड़ने की नई प्रेरणा दी थी. नेताजी ने न केवल भारत, बल्कि बाहर भी हमें देश की आजादी की लड़ाई को कैसे आगे ले जाना है, उसकी रणनीति तैयार की थी. आज उसी का परिणाम है कि जब हम भारत के बाहर जाते हैं तो बहुत सारी जगहों पर हमें नेताजी से जुड़े स्थल भी देखने को मिलते हैं. नेताजी भारत के शौर्य व पराक्रम के प्रतीक रहे हैं. नेताजी ने युवाओं का आह्वान करते हुए देश की आजादी की लड़ाई को प्रखरता के साथ बढ़ाने का कार्य किया.
सीएम ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज का गठन किया था. उन्होंने नौजवानों का आह्वान इस तरह किया था कि तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा. इस मंत्र की बदौलत लाखों युवा देश की आजादी के लिए सर्वस्व न्योछावर करने को तैयार हुए थे. सुभाष चंद्र बोस ने भारत, म्यांमार, सिंगापुर सहित दुनिया के कई देशों में इस लड़ाई को प्रखरता के साथ बढ़ाने का कार्य भी किया था और यही कारण है कि सभी भारतवासी नेताजी के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव रखते हैं. हमारा सौभाग्य यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की पावन जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया है. यह सब हमारे लिए गौरव की बात है.