रांची:शुक्रवार झारखंड के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने उद्योग विभाग के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की. इसमें उन्होंने झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में उद्योग को बढ़ावा देने और सुदूर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में रह रही महिलाओं को प्रशिक्षित करने के लिए अधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश दिए.
बैठक में मौजूद अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में बड़े-बड़े इंडस्ट्री के साथ-साथ लघु कुटीर एवं छोटे-छोटे ग्राम उद्योगों को भी हर हाल में बढ़ावा दें. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि झारखंड में सिल्क और तसर के भी अच्छे मात्रा में उत्पादन होते हैं. सिल्क और तसर से जुड़े झारखंड में कई अच्छे अवसर हैं. इसीलिए उन्होंने झारक्राफ्ट तथा खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में अधिक से अधिक संख्या में महिलाओं को प्रशिक्षण देकर हुनरमंद बनाएं ताकि सिल्क और तसर से जुड़े कारोबार से वह जुड़ सकें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं को रोजगार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता है. इसके अलावा उन्होंने राज्य में धागा उत्पादन के क्षेत्र में रोजगार को बढ़ाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि तसर रेशम कोकुन की प्रोसेसिंग तथा धागा तैयार करने की ट्रेनिंग महिलाओं को जरूर दें. इसके अलावा प्रशिक्षित की गई महिलाओं को राज्य सरकार की नीति के तहत 35% सब्सिडी देकर उपकरण भी उपलब्ध करवाएं. जिससे वो अपने कारोबार को बढ़ा सके. वहीं उन्होंने बंद पड़े कारखाने और उद्योगों को पुनर्जीवित करने का भी अधिकारियों को निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा रोजगार सृजन के लिए जितने भी संसाधन विकसित किए गए हैं. उनका बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर अधिक से अधिक लोगों को स्वरोजगार का अवसर देना हम सभी की जिम्मेदारी है, जितने भी राज्य सरकार के अधिकारी काम कर रहे हैं वह अपने कार्यशैली में बदलाव लाकर इन जिम्मेदारियां का तत्परता से निर्वहन करें.