छिंदवाड़ा। तीन बार कांग्रेस पार्टी से चुनाव जीत का विधायक बने कमलेश शाह अब बीजेपी से अपनी किस्मत आजमाएंगे. 10 जुलाई को छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विधानसभा में होने वाले उपचुनाव के लिए बीजेपी ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले पूर्व विधायक कमलेश शाह को ही प्रत्याशी बनाया है. कमलेश शाह का विधायकी से इस्तीफा देने के कारण ही अमरवाड़ा सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है. बता दें कि 21 जून नामांकन दाखिले की आखिरी तारीख है और 10 जुलाई को उपचुनाव होगा.
कांग्रेस से चुनाव जीतने के बाद कमलेश शाह ने दिया था इस्तीफा
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित अमरवाड़ा विधानसभा के 2023 चुनाव में कमलेश शाह ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़कर जीता था. लेकिन 2024 में लोकसभा चुनाव के कुछ दिन पहले ही कमलेश शाह ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था और कांग्रेस पार्टी सहित विधायकी से इस्तीफा दे दिया था. इसलिए 10 जुलाई को अमरवाड़ा विधानसभा में उपचुनाव होने जा रहे हैं. एक बार फिर कमलेश शाह ही अमरवाड़ा विधानसभा से उपचुनाव के लिए मैदान में होंगे. लेकिन इस बार चुनाव चिन्ह पंजे की जगह कमल का फूल होगा.
तीन बार कांग्रेस के पंजे की सहारे जीते, अब कमल की बारी
कमलेश शाह हर्रई राजघराने से ताल्लुक रखते हैं. अमरवाड़ा विधानसभा की हर्रई जागीर इलाके में कमलेश शाह का खासा प्रभाव है. 2013, 2018 और 2023 के विधानसभा चुनाव में कमलेश शाह कांग्रेस पार्टी के पंजे के सहारे चुनाव जीते थे. 2024 में हो रहे उपचुनाव में अब कमल फूल और बीजेपी के बैनर तले कमलेश शाह जनता से वोट मांगेंगे. लोकसभा चुनाव में अमरवाड़ा विधानसभा से कांग्रेस को 78473 व भाजपा को 93512 वोट मिले थे. इस तरह भाजपा 15039 वोट से जीती थी. तीसरे स्थान पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को 23036 वोट मिले थे. छह महीने पहले नवम्बर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 109765 और भाजपा को 84679 वोट मिले थे. इस चुनाव में कांग्रेस 25086 वोट के अंतर से चुनाव जीती थी. इस परिवर्तन का एक मात्र कारण कमलेश शाह थे.