छतरपुर : जिले में लगातार हो रही बारिश से अन्नदाता बर्बादी की कगार पर हैं. कई क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश व जलभराव से किसानों की फसलें सड़ कर बर्बाद हो गईं और लाखों के नुकसान का अनुमाम है. मॉनसून जातेजाते भी इस कदर बरस रहा है कि किसानों को अब बची हुई फसलों की भी चिंता सताने लगी है.
उड़द, मूंग व तिली की फसल बर्बाद
छतरपुर जिले के डबरी गांव के किसान मातादीन पटेल कहते हैं, '' उड़द की फसल पूरी तरहा सड़ गई है. तिली की फसल बिल्कुल काली पड़ गई है, तो वहीं सोयाबीन में पीला मोजेक लग चुका है. सिर्फ मूंगफली बची है, जिसकी उपज ने थोड़ी राहत दी है लेकिन मूंग पूरी तरहा से खराब हो चुकी है.'' मातादीन पटेल ने अपना दर्द बताते हुए आगे कहा, '' अब तक कोई भी सरकारी अधिकारी फसल देखने नहीं आया.''
ज्यादा बारिश से सोयाबीन भी खराब
तालगांव के किसान अरविन्द्र पटेल ने कहा, '' तीली की फसल पूरी तरहा काली पढ़ चुकी है. सोयाबीन और मूंग की फसल भी ज्यादा पानी के कारण खराब हो गई है. अब सिर्फ सरकार से आशा है. इस साल किसानों के लिए अच्छा मानसून का सीजन था, अच्छी पैदावार की उम्मीद थी, जिले में 70 प्रतिशत फसल पक चुकी है. अगर दो दिन में बारिश नहीं रुकी तो बाकी फसल भी पूरी तरहा चौपट हो जाएगी.'' गौरतलब है कि छतरपुर जिले में गुरुवार 19 सितंबर को भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. 19 सितंबर के बाद मौसम साफ हो होने की उम्मीद बताई जा रही है.
सर्वे करेंगे, खेतों में पानी जमने न दें : कृषि उपसंचालक
छतरपुर जिले के कृषि उपसंचालक केके वैध को जब किसानों की आपबीती बताई गई तो कृषि उपसंचालक ने कहा, '' पिछली साल के मुकाबले इस बार अच्छी बारिश हुई है, जिस कारण कुछ इलाकों में फसल काली पढ़ रही हैं. वहीं जहां कम बारिश हुई है वहां पर भी कुछ नुकसान का अनुमान है. किसानों को सलाह है कि अगर खेतों में पानी भरा है, तो निकासी करें. अगर किसी किसान का नुकसान हुआ है, तो सर्वे कराया जाएगा.''