कोरबा: कुसमुंडा में छत्तीसगढ़ किसान सभा और रोजगार एकता संघ ने आंदोलन किया है. एसईसीएल के खदानों से प्रभावित भू विस्थापित किसानों की लंबित रोजगार प्रकरणों के तुरंत निराकरण की मांग को लेकर महाप्रबंधक कार्यालय में तालाबंदी आंदोलन किया गया. प्रदर्शनकारियों ने कुसमुंडा जीएम कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. आंदोलन में शामिल किसानों और मजदूरों ने बताया कि एसईसीएल की खदानों के कारण उन्हें अपनी जमीन से विस्थापित होना पड़ा है, लेकिन अभी तक उन्हें रोजगार नहीं मिला है. बुधवार को यह आंदोलन सुबह से लेकर दोपहर तक चला.
आंदोलन और मांग करते-करते थक गए:आंदोलन के दौरान किसान सभा के प्रदेश संयुक्त सचिव प्रशांत झा ने कहा, "भू विस्थापित रोजगार के लंबित प्रकरणों का निराकरण की मांग करते हुए थक गए हैं. अब अपने अधिकार को छीन कर लेंगे. विकास के नाम पर अपनी गांव और जमीन से बेदखल कर दिए गए. विस्थापित परिवारों की जीवन स्तर सुधरने के बजाय और भी बदतर हो गई है.40-50 साल पहले कोयला उत्खनन करने के लिए किसानों की हजारों एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया था."