कोरिया :एसईसीएलचरचा कॉलरी के ठेका श्रमिकों को इन दिनों अपनी पीएफ राशि के डूब जाने का डर सता रहा है.क्योंकि यहां के ठेकेदार ने श्रमिकों के वेतन में से पीएफ की राशि काटी लेकिन उनके खातों में जमा नहीं की.इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक ठेका श्रमिक ने अपना पीएफ निकालना चाहा.जब उसने अपना खाता नंबर चेक करवाया तो पता चला कि नंबर फर्जी है. फिर एक एक करके सभी ठेका श्रमिकों ने अपनी पीएफ की जानकारी लेनी चाही.लेकिन किसी को भी पीएफ खाते में पैसा नहीं मिला.
सीएमपीएफ नंबर निकला फर्जी :आपको बता दें कि कोरिया जिले में एसईसीएल ठेका श्रमिकों के पीएफ राशि में बड़ा खेल किया जा रहा है. अविभाजित कोरिया के एसईसीएल इकाइयों में कार्यरत करीब साढ़े 4 हजार ठेका श्रमिकों के पीएफ वेतन से हर माह डेढ़ करोड़ से अधिक की राशि काटी जा रही है. लेकिन ये राशि सीएमपीएफ खाते में जमा नहीं हो रही है. हैरानी की बात ये है कि श्रमिकों को दिया गया सीएमपीएफ नंबर भी फर्जी मिल रहा है.
पीएफ राशि का नहीं कोई ठिकाना :श्रमिकों की माने तो वो अब पीएफ राशि को लेकर भटक रहे हैं. कोई भी पीएफ के खाते में जमा राशि के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं. अफसरों से बात करने पर वो इसका सारा ठीकरा ठेकेदारों के सिर फोड़ रहे हैं.आपको बता दें कि अकेले चरचा कॉलरी में पीएफ के नाम पर श्रमिकों के वेतन से 12 लाख रुपए की कटौती होती है.लेकिन ये पैसे कहां जा रहे हैं ये कोई नहीं जानता.
'' 12 साल से चरचा खदान में काम कर रहे हैं.पीएफ पासबुक की फोटोकॉपी तो दिए हैं, लेकिन खाते में रुपए जमा नहीं है, ऑफिस में जाकर पता करने पर कोई जानकारी नहीं मिलती है.''- विजय कुमार, ठेकाकर्मी