चरखी दादरी:हरियाणा के चरखी दादरी में गांव पिचौला कलां के माइनिंग जोन में पहाड़ की मिट्टी खिसकने के मामले को लेकर बाढड़ा विधायक उमेद पातुवास ने शनिवार को माइनिंग क्षेत्र में घटनास्थल का निरीक्षण किया. वहां पहुंचे ग्रामीणों का माइनिंग कंपनी के प्रति गुस्सा बरकरार रहा. विधायक ने माइनिंग अधिकारियों को फटकार लगाते हुए मलबा उठाने के निर्देश दिए हैं. वहीं, सांगवान खाप ग्रामीणों व माइनिंग संचालकों के बीच हुई पंचायत में विधायक की उपस्थिति में 6 मांगों को पूरा करने पर माइनिंग शुरू करने पर सहमति बनी. साथ ही निर्णय लिया कि जल्द ही दूसरी बैठक बुलाकर आगामी निर्णय लिए जाएंगे.
जनवरी में हुई स्लाइडिंग: बता दें कि गांव पिचोपा कलां के माइनिंग जोन में जनवरी माह में दो बार स्लाइडिंग का मामला सामने आया है. हालांकि स्लाइडिंग के दौरान मशीनें क्षतिग्रस्त हुई थी. विधायक उमेद पातुवास ने अधिकारियों व ग्रामीणों संग माइनिंग जोन का निरीक्षण किया और कहा कि माइनिंग जोन में कोई मशीन दबी होने की बात सामने नहीं आई है.
Charkhi Dadri mining zone case (Etv Bharat) कई मांगों पर बनी सहमति: वहीं, ग्रामीणों व माइनिंग संचालकों के बीच 2.50 घंटे चली पंचायत में विधायक उमेद पातुवास की उपस्थिति में कई मांगों पर सहमति बनी. पंचायत में गांव पिचौपा कलां के सरपंच प्रतिनिधि अशोक, पंच, माइनिंग विभाग के अधिकारी, ग्रामीण, सांगवान खाप पदाधिकारी, जिला पार्षद, जिला परिषद चेयरमैन आदि मौजूद रहे. विधायक उमेद पातुवास ने स्पष्ट किया कि अवैध माइनिंग नहीं होने दी जाएगी. ग्रामीणों की मांग के मुताबिक, किसी भी सरकारी एजेंसी से माइनिंग क्षेत्र की पैमाइश करवाई जाएगी. ग्रामीणों की बकाया रायल्टी व क्षतिग्रस्त मार्ग का दोबारा निर्माण करवाया जाएगा. विधायक ने कहा कि ग्रामीणों व माइनिंग संचालकों के बीच जो सहमति बनी है, उसे पूरा करने के बाद ही माइनिंग शुरू होगी.
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