वंदे भारत एक्सप्रेस में फिर हुआ हंगामा (वीडियो ईटीवी भारत कोटा) कोटा. वंदे भारत ट्रेन को चलाने को लेकर विवाद कोटा और आगरा रेल मंडल के कार्मिकों के बीच बढ़ता ही जा रहा है. पहले फेरे सोमवार 2 सितंबर के दिन भी विवाद आगरा और गंगापुर सिटी रेलवे स्टेशन पर हुआ था. इसके बाद गुरुवार को भी विवाद होना सामने आया है. इस दौरान ट्रेन के चालक, सहचालक व गार्ड के साथ मारपीट के साथ-साथ कपड़े फाड़ दिए गए. यहां तक की वंदे भारत ट्रेन के गार्ड रूम के दरवाजे का लॉक तोड़ दिया और कांच भी फोड़ दिए गए हैं.
इस मामले में विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है, लेकिन कोटा और आगरा रेल मंडल इसमें निर्णय नहीं ले पा रहा है. दूसरी तरफ रेलवे बोर्ड तक भी यह मामला पहुंचा है, लेकिन अभी तक सुलझा नहीं है. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान ट्रेन भी गंगापुर से आते और जाते समय लेट हुई है. इस पूरे घटनाक्रम पर जीआरपी गंगापुर सिटी के थानाधिकारी दलबीर सिंह का कहना है कि आगरा के गार्ड राघवेंद्र सारस्वत की शिकायत पर अज्ञात रेल कार्मिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में जांच पड़ताल की जा रही है.
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ट्रेन चलाने को लेकर बखेड़ा : गंगापुर सिटी जंक्शन पर रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के जवानों के सामने ही पूरा घटनाक्रम हुआ, लेकिन वह इसमें बीच बचाव की जगह महज वीडियो बनाते नजर आए. उन्होंने आगरा के स्टाफ के साथ हुई मारपीट को रोकने का प्रयास भी नहीं किया. दूसरी तरफ जीआरपी पुलिस इस दौरान बीच बचाव और स्टाफ को बचाने में जुटी रही. उन्होंने ही इन कर्मचारियों को बचाया. इस दौरान आगरा के स्टाफ ने कहा कि कोटा से आगरा के बीच जब आपने एक तरफ ट्रेन चला ली तो दूसरी तरफ हम चला रहे हैं तो उसमें दिक्कत नहीं होनी चाहिए. इस तरह से मारपीट करना उचित नहीं है. आगरा रेल मंडल के गार्ड राघवेंद्र सारस्वत वंदे भारत ट्रेन में बैठे हुए थे जिनके साथ मारपीट भी की गई है. साथ ही उनकी यूनिफॉर्म को भी फाड़ दिया गया है.
ट्रेन चलाने को लेकर बखेड़ा (वीडियो ईटीवी भारत कोटा) कर्मचारी यूनियन पहुंची थी विरोध करने :गंगापुर सिटी पर स्टाफ और कर्मचारी संगठनों ने भारी हंगामा व नारेबाजी की. इस दौरान आगरा के गार्ड व ड्राइवरों को जबरन ट्रेन से उतारने की कोशिश की. आगरा के स्टाफ ने अंदर से लॉक कर लिया और केबिन के अंदर ही बैठे रहे. इसके बाद काफी मशक्कत कर गंगापुर स्टाफ ने केबिन का दरवाजा खुलवाया. इसके बाद गंगापुर के स्टाफ ने आगरा के चालकों को जबरन नीचे उतारकर खुद ट्रेन चलाने के लिए केबिन में घुस गए. दरवाजा खुलवाने लिए एक दर्जन से अधिक कर्मचारी जुटे हुए थे. यह कर्मचारी औजारों से दरवाजे का लॉक तोड़ने की कोशिश कर रहे थे. लॉक नहीं खुलने पर एक कर्मचारी ने दरवाजे पर जोर से हाथ मार दिया, इससे कांच टूट गया.
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घटना के विरोध में आगरा में पैसेंजर ट्रेन के गार्ड को पीटा :आगरा और कोटा रेल मंडल के रनिंग स्टाफ के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. वंदे भारत में गार्ड राघवेंद्र सारस्वत से मारपीट गंगापुर सिटी में हुई थी. इसका विरोध में जमुना ब्रिज कोटा पैसेंजर ट्रेन को लेकर आने वाले गार्ड रामकेश मीणा के साथ आगरा के ईदगाह स्टेशन पर मारपीट की गई. यहां तक की उसके कपड़े भी फाड़ दिए है. उसके लाइन बॉक्स उठाकर पटरी पर फेंक दिया. बाद में रामकेश ने यात्रियों की मदद से जैसे-तैसे अपना लाइन बॉक्स उठाकर कोटा के लिए रवाना हुआ.
तीन जोन के 3 रेल मंडल से होकर गुजर रही, वर्किंग 2 को मिली :उदयपुर से चलने वाली यह ट्रेन उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर रेल मंडल से शुरू होती है. इसके बाद यह पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल से होकर गुजरती है. बाद में उत्तर मध्य रेलवे जोन में आगरा रेल मंडल जाती है. ऐसे में इस ट्रेन की वर्किंग को लेकर विवाद हुआ है. रेलवे के चालक और सह चालक को नई ट्रेन की वर्किंग मिलने के साथ प्रमोशन और नई भर्तियों की राह खुल जाती है. ऐसे में रेल मंडल और रेलवे जोन के बीच ट्रेन की वर्किंग को लेकर ही विवाद रहता है. ऐसा ही विवाद उदयपुर से आगरा के बीच नई चली वंदे भारत एक्सप्रेस के लेकर भी है. इसकी वर्किंग अजमेर और आगरा रेल मंडल को दी गई है, लेकिन इससे कोटा रेल मंडल के कार्मिक आक्रोशित हो गए हैं और इसी को लेकर कोटा रेल मंडल के कार्मिक ट्रेन जब कोटा आती है तो आगरा से आने वाले स्टाफ को ट्रेन चलाने नहीं देते हैं. यहां से आगरा ट्रेन लेकर जा रहे हैं, फिर आगरा में वहां का स्टाफ कोटा के स्टाफ को ट्रेन नहीं चलाने देता है. वहां से आगरा का स्टाफ ट्रेन लेकर आता है, लेकिन आज जब आगरा का स्टाफ ट्रेन लेकर वापस गंगापुर आया तब उनके साथ मारपीट और लड़ाई झगड़ा हुआ.