चंडीगढ़: यूटी प्रशासन ने चंडीगढ़ को भिखारी मुक्त शहर बनाने की मुहिम चलाई है, जिसके लिए शहर भर में 8 दिवसीय जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. ये अभियान शहर में भिक्षावृत्ति को समाप्त करने और जरूरतमंद लोगों की सहायता करने के तरीके को बढ़ावा देने पर केंद्रित है. चंडीगढ़ के विभिन्न विभाग इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं. पुलिस विभाग, मानव तस्करी रोधी इकाई और केंद्र शासित प्रदेश बाल संरक्षण इकाई के सहयोग से बचाव अभियान चलाया जाएगा.
"ट्रैफिक सिग्नल से चीजें न खरीदें" : आबकारी विभाग सड़क पर भीख मांगने और शोषण पर अंकुश लगाने के लिए बाजार क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ाएगा. स्कूली शिक्षा विभाग भिक्षावृत्ति के सामाजिक प्रभावों के बारे में बच्चों को शिक्षित करने के लिए स्कूलों में जागरूकता बढ़ाएगा. इसके अतिरिक्त, एनएसएस स्वयंसेवक जागरूकता फैलाने और भिक्षा देने को हतोत्साहित करने के लिए फ्लैश मॉब के माध्यम से जनता को शामिल करेंगे. इस मौके पर प्रशासक के सलाहकार ने चंडीगढ़ के नागरिकों से आग्रह किया कि वे भिखारियों को भीख ना दें और सड़कों, ट्रैफिक सिग्नल और गोल चक्कर में बच्चों से चीजें न खरीदें, ताकि भीख, बाल तस्करी और बाल श्रम की समस्याओं पर अंकुश लगाया जा सके.