पटना : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अर्थात सीबीएसई ने सोमवार को पहले 12वीं परीक्षा का परिणाम जारी किया. इसके बाद 10वीं परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है. रिजल्ट को लेकर बच्चे स्ट्रेस में नहीं आए, इसको लेकर सीबीएसई ने टॉपर्स की लिस्ट जारी नहीं की है. ऐसे में पटना के डीएवी स्कूल में रिजल्ट को लेकर बच्चों में काफी उत्साह देखने को मिला. काफी संख्या में विद्यालय की छात्राएं 90% से अधिक अंक लाने में सफल रहे.
सीबीएसई बोर्ड का रिजल्ट जारी : पटना रीजन से सीबीएसई 10वीं में इस बार 92.91% बच्चे सफल हुए हैं जबकि त्रिवेंद्रम से सर्वाधिक 99.75% बच्चे सफल हुए हैं. सीबीएसई के 10वीं परीक्षा में ओवरऑल सफलता प्रतिशत 93.60% रहा है. पिछले वर्ष की तुलना में 0.48 प्रतिशत बच्चे अधिक सफल हुए हैं. वहीं, सीबीएसई के 12वीं परीक्षा के रिजल्ट की बात करें तो 12वीं परीक्षा में इस बार 87.98% बच्चे सफल हुए हैं. जिसमें पिछले वर्ष की तुलना में सफलता प्रतिशत 0.65% बढ़ा है. पटना रीजन से इस बार 12वीं में 83.59 प्रतिशत बच्चे सफल रहे हैं, जबकि सर्वाधिक त्रिवेंद्रम में 99.91% बच्चे सफल हुए हैं.
रिजल्ट से छात्रों में खुशी : 12वीं बोर्ड परीक्षा में ह्यूमैनिटीज विषय से 94% अंक प्राप्त करने वाले छात्र निशांत भास्कर ने कहा कि इस रिजल्ट से वह काफी खुश हैं और आगे अब वह क्लैट परीक्षा की तैयारी करेंगे. छात्रा अनुष्का सिंह ने बताया कि उन्हें 96.2% अंक प्राप्त हुए हैं और स्कूल की पढ़ाई से ही उन्हें यह रिजल्ट हासिल हुआ है. बाहर कहीं उन्होंने कोचिंग ट्यूशन नहीं किया है. वह अब क्लैट परीक्षा की तैयारी कर रही हैं. छात्रा सृष्टि प्रिया ने कहा कि उन्हें 96.8% अंक प्राप्त हुए हैं और रिजल्ट से काफी खुश है. आगे उन्हें इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएशन करना है और दिल्ली यूनिवर्सिटी में नामांकन की कोशिश में है.
क्या कहते हैं पटना के टॉपर्स: स्कूल की आर्ट्स स्ट्रीम की टॉपर अंजलि भार्गव ने बताया कि उन्हें 97.8% अंक प्राप्त हुए हैं. वही रिजल्ट से काफी खुश है और स्कूल के शिक्षकों ने काफी अच्छा उन लोगों पर ध्यान दिया था. वह ज्योग्राफी से ऑनर्स करते हुए सिविल सर्विसेज सेवा के क्षेत्र में जाना चाहती हैं. उन्हें गाना गाना पसंद है और स्कूल के कई कार्यक्रमों में सिंगिंग कंपटीशन में पार्टिसिपेट कर चुकी हैं इसके अलावा क्लासिकल कत्थक में उन्होंने सर्टिफिकेट लिया है. पेंटिंग भी करती हैं और पढ़ाई के अलावा पढ़ाई से जुड़े अन्य गतिविधियों में भी उनका मन लगता है.