दुर्ग : छत्तीसगढ़ के दुर्गजिले के गोढ़ी गांव में भूख प्यास से बड़ी संख्या में मवेशियों की मौत के मामला सामने आया है. गांव के गौठान में 10 से अधिक मवेशी मृत अस्वथा में पड़े मिले. कुछ मवेशियों के शव कंकाल में तब्दील हो गए हैं. मवेशियों की मौत की जानकारी मिलते ही पशु विभाग के साथ रायपुर के गौसेवकों ने गौठान खुलवाया, जहां कई मवेशियों के शव मिले. मवेशियों के शव को पशु विभाग ने पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.
सरपंच पर गंभीर आरोप : गौसेवकों का कहना है किगांव के सरपंच ने करीब 15 दिन पहले 40 से अधिक आवारा मवेशियों को गौठान में बंद कर दिया था. इसके बाद ना तो मवेशियों को चारा दिया गया और ना ही पानी, जिसके कारण भूख और प्यास से मवेशियों की मौत होने लगी. जब मवेशियों के शव सड़ने लगे और क्षेत्र में बदबू फैली तो लोगों को जानकारी हुई. इसके बाद सरपंच ने आनन फानन में ट्रैक्टर से मृत मवेशियों के शव को भरवाकर दूसरी जगह फेंकवा दिया.
गोढ़ी गांव के गौठान में मवेशियों की मौत की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचकर देखा गया तो गौठान में मवेशियों का शव और उनका कंकाल पड़ा हुआ था. मवेशियों के लिए पीने के लिए ना पानी था और ना ही खाने के लिए चारा था. गांव के सरपंच को गौठान में बंद मवेशियों के लिए पानी और चारे की व्यवस्था करनी चाहिए थी. इस मामले को लेकर नंदिनी थाना पहुंचकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है- प्रीतम साहू, गौसेवक