जयपुर : मेवाड़ में एक कवि सम्मेलन कार्यक्रम में कवि की ओर से पूर्व महाराजा मानसिंह पर की गई टिप्पणी पर श्री राजपूत करणी सेना ने विरोध जताया. इसके बाद कवि ने माफी मांग ली है. इसके साथ ही श्री राजपूत करणी सेना ने लक्ष्यराज सिंह से भी माफी की मांग की है.
श्री राजपूत करणी सेना के जिला संयोजक जितेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि करीब 3 दिन पहले मेवाड़ में एक कवि सम्मेलन हुआ था. कवि सम्मेलन में कवि गौरव चौहान की ओर से महाराजा मानसिंह पर टिप्पणी की गई थी. उन्होंने कहा कि मानसिंह सनातन धर्म को बचाने वाले सबसे बड़े महारक्षक थे. उन्होंने 150 से ज्यादा युद्ध लड़े थे. मंदिरों पर फहराया जाने वाला पचरंगा ध्वज भी पूर्व राजा मानसिंह की देन है. उन्होंने कहा कि ऐसे राजा पर टिप्पणी करना निंदनीय है.
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श्री राजपूत करणी सेना के जयपुर शहर अध्यक्ष नरपत सिंह नाथावत ने बताया कि कुछ दिन पहले ही मेवाड़ में कवि सम्मेलन हुआ था. कवि सम्मेलन का एक वीडियो समाने आया है, जिसमें कवि गौरव चौहान ने जयपुर राजघराने को लेकर टिप्पणी की थी. इस टिप्पणी को लेकर पूरे राजपूत समाज में आक्रोश है. विरोध होने पर कवि ने माफी मांगने का वीडियो जारी किया है. नरपत सिंह नाथावत ने बताया कि टिप्पणी करने वाले कवि को मेवाड़ के राजकुमार लक्ष्यराज सिंह ने सम्मानित किया था, जिसको लेकर श्री राजपूत करणी सेना ने लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का विरोध किया है और उनसे माफी की मांग की है.