गया: बिहार के गया में फिलिस्तीन का झंडा पहनने और लहराने को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गई है. मोहर्रम जुलूस के दौरान आधा दर्जन से अधिक शरारती तत्वों के द्वारा फिलिस्तीन का झंडा लहराने का मामला सामने आया था. इस मामले का सत्यापन कर प्राथमिकी दर्ज की गई है. दर्ज प्राथमिकी में चार को नामजद और पांच अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज हुआ है. पुलिस सभी को गिरफ्तार करने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.
इन धाराओं के तहत मामला दर्ज: यह मामला मोहर्रम जुलूस के दौरान का है. इन शरारती तत्वों के खिलाफ दो समुदाय के बीच में वैमनस्य पैदा करने और राष्ट्रीय एकता-अखंडता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने के प्रयास समेत अन्य धाराओं के तहत के केस दर्ज किया गया है. गौरतलब हो कि इजरायल और फिलिस्तीन के बीच इन दिनों युद्ध चल रहा है. ऐसे में फिलिस्तीन झंडा पहनने और रखने का वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है.
पहले सनहा फिर सत्यापन के बाद प्रार्थमिकी: इस मामले की प्राथमिकी गया के शेरघाटी थाना में दर्ज हुई है. शेरघाटी थाना में पोस्टेड पुलिस अवर निरीक्षक झूलन सिंह यादव के बयान पर इस प्राथमिकी को दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि बीते 17 जुलाई को मोहर्रम जुलूस के दौरान आधा दर्जन से अधिक शरारती तत्वों ने फिलिस्तीन का झंडा पहना था. मामला सामने आने के बाद झूलन सिंह यादव को इसे सत्यापित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इसके बाद पुलिस अवर निरीक्षक ने 18 जुलाई को मामले को सत्यापित किया.
चार नामजद के साथ कई अज्ञात शामिल:जांच में पाया गया कि बीते 17 जुलाई को मोहर्रम जुलूस के दौरान कुछ शरारती तत्वों ने अपने शरीर में फिलिस्तीन का राष्ट्रीय झंडा लपेटे हुआ था. जिसका कुछ लोगों द्वारा वीडियो और फोटो भी लिया गया. सत्यापन के दौरान पता चला कि इन शरारती तत्वों में फुरकान अंसारी, शुमाली खगड़िया शेरघाटी, लक्की, बकार, लूल्हा सभी शुमाली खगड़िया थाना शेरघाटी के शामिल थे. वहीं उनके साथ चार-पांच अज्ञात भी इस जुलूस में फिलिस्तीनी झंडा लहरा रहे थे.
राष्ट्रीय एकता और अखंडता भंग करने का आरोप:इस मामले को लेकर शेरघाटी के एएसपी के. रामदास ने बताया कि मोहर्रम जुलूस के दौरान फिलिस्तीन का राष्ट्रीय झंडा पहनकर और इसे लहराने वालों पर केस दर्ज किया गया है. दर्ज प्राथमिकी में लिखा गया है कि ये शरारती तत्वों द्वारा दो समुदाय के बीच वैमनस्य पैदा करने और राष्ट्रीय एकता-अखंडता को भंग करने का प्रयास किया गया, जो की एक संज्ञेय अपराध है. मामले के जांच की जिम्मेदारी शेरघाटी थाना के सब इंस्पेक्टर बलिस्टर राम को दिया गया है.