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लखनऊ में एक साथ मनाई जा रही होली, दिवाली, ईद और बैसाखी, जानिए क्या है वजह - Bulldozer action in UP - BULLDOZER ACTION IN UP

लखनऊ के पंतनगर इंद्रप्रस्थ नगर, रहीम नगर और अबरार नगर (Bulldozer action in Lucknow) में मंगलवार को होली, दिवाली, ईद और बैसाखी जैसी रौनक थी. लोगों में यह खुशी का माहौल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश की वजह से है.

लखनऊ में खुशी मनाते लोग.
लखनऊ में खुशी मनाते लोग. (Photo Credit-Etv Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 16, 2024, 5:31 PM IST

लखनऊ में होली, दिवाली, ईद और बैसाखी मनाने की वजह पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट. (Video Credit-Etv Bharat)

लखनऊ : क्या होली, क्या दिवाली, क्या ईद, क्या बैसाखी पंतनगर इंद्रप्रस्थ नगर, रहीम नगर और अबरार नगर में इन सभी त्यौहारों का उल्लास एक साथ देखने को मिला. कोई फूल बरसा रहा था तो कोई थालियां बज रहा था. किसी को कोई मिठाई खिला रहा था. आंखों में खुशियों के आंसू थे और चेहरे पर मुस्कान.

दरअसल पिछले 10 दिनों से यहां के मकान के बाहर लगे लाल निशान ने इन इलाकों के हजारों विदों का जीना मुश्किल कर दिया था. न दिन को चैन था न रात को नींद आ रही थी. इसी बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक आदेश ने यहां के लोगों के दिल में खुशियों के गुबार उठा दिए. इलाके में हर और जश्न का माहौल है. एक-एक व्यक्ति एक-एक महिला एक-एक बच्चा इतना खुश है कि मानो उनकी हर मुराद पूरी हो गई हो. सरकार के इसे एक निर्णय ने इस पूरी कॉलोनी का माहौल बदल दिया.


यहां आमतौर से जो बच्चे थे उनकी बहुत तारीफ की जा रही थी. अनेक बच्चों ने सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई थी कि उनके मकान वैध हैं. उनको न तोड़ा जाए. इस निर्णय की खबर मिलते ही इलाके के लोगों ने सबसे पहले उन बच्चों को मालाओं से लाद दिया. उनको मिठाइयां खिलाई गई चॉकलेट दी गई. धीरे-धीरे इलाके में भीड़ बढ़ती गई लोगों ने तालियां बजाना शुरू कर दिया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए लोग थक नहीं रहे. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस तरह का निर्णय लिया है उससे उनकी कल्याणकारी छवि और निखर आई है. लोगों को कहना था कि पिछले 10 दिन से कब दिन होती थी कब रात होती थी पता नहीं चलता था. बच्चे परीक्षाओं की तैयारी नहीं कर पा रहे थे. मजबूरी में खाना खाना पड़ रहा था. इन सारी मुसीबत के बीच जब इस निर्णय की जानकारी मिली तो मानो सारे त्यौहार एक साथ मना लिए हों.

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