कोटा: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कैथून थाने के कांस्टेबल भरत जाट को थानाधिकारी धनराज मीणा के लिए 3 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोचा है. इधर, एसीबी कांस्टेबल को पकड़ने में बिजी थी, उधर मौके का फायदा उठाकर सीआई मीणा फरार हो गया. एसीबी अधिकारी उसकी तलाश कर रहे हैं. एसीबी ने सीआई के सरकारी क्वार्टर से शराब की 21 महंगी बोतलें बरामद की है. इस मामले में आबकारी विभाग ने भी अवैध शराब रखने का मामला दर्ज किया है. एसीबी के एडिशनल एसपी विजय स्वर्णकार ने बताया कि थाना परिसर में ही खड़ी सीआई धनराज मीणा की कार से 1.91 लाख रुपए बरामद हुए हैं. इन्हें एसीबी की टीम ने जब्त कर लिया है. इधर, कोटा ग्रामीण पुलिस ने एसएचओ धनराज मीणा और कांस्टेबल भरत जाट को निलंबित कर दिया है.
घर से फरार हुआ है सीआई: एएसपी स्वर्णकार ने बताया कि 16 अगस्त को परिवादी ने उन्हें एक शिकायत दी थी. जिसमें कहा गया कि आरोपी धनराज मीणा जमीन विवाद में कब्जा दिलाने के लिए रिश्वत की मांग कर रहा था. इस संबंध में कांस्टेबल भरत के जरिए पैसा लेना तय हुआ. इसका सत्यापन एसीबी ने भी करवा लिया था. इसके बाद 17 अगस्त को आरोपी ने परिवादी को पैसा लेकर बुलाया था. इसमें कांस्टेबल भरत जाट ने 3 लाख रुपए लिए थे. इसके बाद भरत ने यह राशि अपने परिसर स्थित क्वार्टर पर रखी थी. इसके ठीक बगल में ही सीआई का भी क्वार्टर है. वहां पर सीआई से मिलने गया और वापस उससे बातचीत कर जैसे ही लौटा. इसे एसीबी के टीम ने दबोच लिया. इस दौरान हल्ला होने पर सीआई को भी शक हो गया. वह खिड़की से दीवार कूद कर भाग गया. एएसपी स्वर्णकार ने बताया कि इस मामले में कांस्टेबल ने सीआई के लिए ही पैसे लिए थे. सीआई ने फरियादी को सिपाही भरत जाट से मिलने के लिए भेजा था. ऐसे में दोनों के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया गया है.