गिरिडीह: उत्पाद विभाग की जमीन बिक गई है. जमीन का निबंधन भी हो गया है. यह जमीन नगर निगम क्षेत्र के बरमसिया में स्थित है. जमीन की खरीदारी मोंगिया स्टील के निदेशक के नाम पर की गई. यह मामला झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला कमिटी की शिकायत के बाद जिलाधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देश पर अधीक्षक उत्पाद की जांच के बाद उजागर हुआ है. डीसी के निर्देश पर हुई जांच के बाद उत्पाद अधीक्षक ने जिलाधिकारी को रिपोर्ट भी प्रेषित कर दी है.
क्या है रिपोर्ट में
अधीक्षक उत्पाद ने डीसी को प्रेषित रिपोर्ट में कहा है कि गिरिडीह अंचल के शहरी क्षेत्र में मौजा बरमसिया में अवस्थित उत्पाद विभाग की जमीन को बेचे जाने का मामला सामने आया जो कि समझ से परे है. कहा है कि विगत कई वर्षों से इस जमीन को सीधे तौर पर उत्पाद विभाग के द्वारा उपयोग में लाया जा रहा है एवं गिरिडीह नगर निगम में भी एक्साइज वेयर हाउस के रूप में दर्ज है एवं उत्पाद विभाग प्रत्येक साल होल्डिंग कर का भुगतान करता है. साथ ही बिजली विभाग को बिजली बिल का भी भुगतान उत्पाद विभाग के द्वारा किया जाता है.
उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला समिति गिरिडीह द्वारा बताया गया है कि केवाला संख्या 2830 दिनांक 10 नवंबर 2020 के द्वारा किसी उघोगपति को जमीन बेच दी गई है. इस बारे में विभाग को कोई जानकारी नही है. उत्पाद विभाग विगत कई वर्षों से जब्त उत्पाद प्रदर्श रखने के काम में इसे ला रहा है साथ ही सुरक्षा के दृष्टिकोण से गृह रक्षक बल का बैरक इसी परिसर में बने हुए कमरे में बनाया गया है.
क्रेता से पूछताछ करने की कही बात
डीसी को प्रेषित रिपोर्ट में अधीक्षक उत्पाद ने कहा है कि क्रेता से पूछताछ करने की जरूरत है कि आखिर सरकारी जमीन की खरीद कैसे हुई. इस फर्जीवाड़े में शामिल सभी के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज करने, केवाला को रद्द करने की बात कही है. हालांकि झामुमो द्वारा पूछे गए सवाल पर उत्पाद अधीक्षक ने यह कहा है कि इस जमीन से संबंधित गिरिडीह उत्पाद कार्यालय में कोई कागजात उपलब्ध नहीं है. इधर ईटीवी भारत ने भी उत्पाद अधीक्षक से बात की. उन्होंने ऑन कैमरा बताया कि जमीन सरकारी है, जिसकी रजिस्ट्री मोंगिया के नाम पर हुई है. कहा कि अब प्राथमिकी दर्ज होगी.
लगाया गया बोर्ड
इधर, जमीन को लेकर सवालों के घेरे में मोंगिया स्टील के साथ-साथ जमीन को बेचने वाले, रजिस्ट्री ऑफिस के अधिकारी व कर्मी, एलपीसी जारी करने वाले कर्मी हैं. इधर इन सबों के बीच उक्त जमीन पर प्रशासन ने बोर्ड भी गाड़ दिया है.
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