बोकारोः बोकारो विधानसभा से दो बार विधायक रह चुके बिरंची नारायण एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं और उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी श्वेता सिंह से है. दो बार विधायक रह चुके बिरंची नारायण ने क्षेत्र में अब तक क्या विकास कार्य हुए हैं और भविष्य के लिए उनका रोड मैप क्या है, इस बारे में ईटीवी भारत संवाददाता से एक्सक्लूसिव बातचीत की है.
बिरंची नारायण ने बताया कि पहली बार विधायक चुने जाने के बाद बोकारो विधानसभा क्षेत्र में कई विकास कार्य किए हैं. उन्होंने बताया कि चास में पहले सिर्फ गरगा पुल हुआ करता था, जिससे बोकारो शहर में आवागमन की काफी समस्या होती थी. चास प्रखंड के कई इलाकों से संपर्क नहीं था, जिससे लोगों का काफी समय बर्बाद होता था. इस समस्या को लेकर स्थानीय लोगों और बुद्धिजीवियों से बातचीत कर करीब एक दर्जन पुलों का निर्माण कराया गया है, जिससे आवागमन में आसानी हुई है और लोगों को सुविधा मिली है.
उन्होंने कहा कि बोकारो में कोई टाउन हॉल नहीं था, जो बन गया है. बोकारो मेडिकल कॉलेज की स्थापना का वादा चुनाव घोषणा पत्र में किया गया था और अब कॉलेज की स्थापना हो रही है. सभी सुविधाओं से लैस झारखंड के सबसे बेहतरीन मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है. उन्होंने कहा कि हमने जनता से जो वादे किए थे, उन्हें लगभग पूरा कर दिया है.
इसका रह गया मलाल
उन्होंने कहा कि विस्थापित क्षेत्र को पंचायत का दर्जा नहीं दिला पाने का उन्हें अफसोस है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के उदासीन रवैये के कारण अब तक बोकारो एयरपोर्ट से उड़ानें शुरू नहीं हो पाई हैं और न ही बोकारो में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम बन पाया है, जिसका उन्हें काफी अफसोस है. उन्होंने कहा कि अगर इस बार बोकारो की जनता उन्हें चुनती है तो वे इन 5 सालों में अपने अधूरे काम को जरूर पूरा करने की कोशिश करेंगे.