पलामू:पीटीआर यानी पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके से जल्द ही काला हिरण देखने को मिलने वाला है. काले हिरण के अलावा पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में स्पॉटेड हिरण, सांभर और बार्किंग डियर के साथ साथ गौड़ बायसन देखने को मिलेंगे. रांची स्थित भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान ने 44 काला हिरण, 269 स्पॉटेड हिरण, 18 सांभर, 13 नीलगाय 14 बर्किंग डियर और दो गौड़ बायसन को पलामू टाइगर रिजर्व में लाया जाना है.
दरसअल पलामू टाइगर रिजर्व के इलाके में हिरण एवं अन्य वन्यजीवों के लिए सॉफ्ट रिलीज केंद्र बनाया जा रहा है. सॉफ्ट रिलीज सेंटर के माध्यम से पूरे में बाघों के लिए भोजन उपलब्ध करवाने की योजना है. वहीं बिरसा मुंडा जैविक उद्यान में बड़ी संख्या में हिरण समेत अन्य वन्य जीव मौजूद हैं. पीटीआर में सॉफ्ट रिलीज सेंटर के माध्यम से हिरण के ब्रीडिंग में को भी मजबूत करने की योजना है.
इसी कड़ी में पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने हिरण और काला हिरण को पलामू टाइगर रिजर्व में लाने की योजना तैयार की थी. पलामू टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने पूरे मामले में नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी और सेंट्रल जू अथॉरिटी से अनुमति मांगी थी. नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी और सेंट्रल जू अथॉरिटी ने काला हिरण के रीलोकेशन की मंजूरी दे दी है. पलामू टाइगर रिजर्व के निर्देशक कुमार आशुतोष ने बताया कि हिरण के रीलोकेशन की सेंट्रल जू अथॉरिटी ने मंजूरी दे दी है.
फिलहाल अत्यधिक गर्मी है, तापमान कम होने के बाद जुलाई के पहले या दूसरे सप्ताह में हिरण की रीलोकेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. काला हिरण और स्पॉटेड हिरण को बामा तकनीक के माध्यम से रिलोकेशन किया जाना है. दरअसल पलामू टाइगर रिजर्व करीबी 1129 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. पलामू टाइगर रिजर्व की बेतला नेशनल पार्क इलाके में सबसे अधिक हिरण है. पीटीआर के सभी इलाकों में हिरण के मौजूदगी के लिए सॉफ्ट रिलीज सेंटर तैयार किए गए है.