गिरिडीह: सांसद सीपी चौधरी गिरिडीह लोकसभा से एनडीए के उम्मीदवार हैं. सीपी चौधरी और उनकी पार्टी आजसू को इस बार बीजेपी कार्यकर्ताओं को मनाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बीजेपी के जिला स्तर के नेताओं के साथ-साथ प्रदेश स्तर के नेता भी कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास कर रहे हैं.
दरअसल, 2019 के लोकसभा चुनाव में ही बीजेपी की यह सीट आजसू के खाते में चली गई थी. सीट मिल गयी और मोदी लहर में आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी जीत भी गये. जैसे-जैसे समय बीतता गया, भाजपा कार्यकर्ता खुद को उपेक्षित महसूस करने लगे. 2024 में यह सीट फिर आजसू को मिली और चंद्रप्रकाश चौधरी उम्मीदवार बने. अब जब प्रत्याशी चंद्रप्रकाश बीजेपी के कार्यक्रम में शामिल हुए तो कार्यकर्ताओं ने अपना गुस्सा निकालना शुरू कर दिया.
मधुबन में हंगामा
यह स्थिति मधुबन में आयोजित भाजपा के एक दिवसीय विधानसभा प्रवास कार्यक्रम में भी देखने को मिली. मधुबन में आयोजित इस कार्यक्रम में जब सीपी चौधरी पहुंचे तो कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया. सांसद पर जनता के साथ-साथ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाया।. कहा कि जीतने के बाद वे भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत को भूल गये. विपक्षी दल के नेता के साथ तालमेल बिठाकर कार्यक्रम का आयोजन किया, विपक्षी विधायक के साथ दिल्ली जाते रहे.
भाजपा पदाधिकारियों को करना पड़ा हस्तक्षेप
कार्यकर्ताओं की नाराजगी को देखते हुए कार्यक्रम में मौजूद प्रदेश उपाध्यक्ष जवाहर पासवान को हस्तक्षेप करना पड़ा. प्रदेश उपाध्यक्ष के निर्देश पर जिलाध्यक्ष महादेव दुबे ने कार्यकर्ताओं को समझाया. उन्होंने कहा कि अगर देश को मजबूत करना है तो पीएम नरेंद्र मोदी के हाथ को मजबूत करना होगा. इसके लिए एनडीए प्रत्याशी को पूर्ण समर्थन देकर सीट जीतनी होगी, ऐसे में सभी गिलवों को भूलना जरूरी है. महादेव दुबे के समझाने के बाद कार्यकर्ता शांत हुए. हालांकि इस दौरान गहमागहमी का माहौल रहा.