रांची: झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में जेपीएससी, जेएसएससी द्वारा ली जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षा में सरकार प्रायोजित भ्रष्टाचार और धांधली का बड़ा आरोप लगाया है. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, विधायक अमित मंडल, नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार पर चौतरफा हमला बोला और राज्य में जेएसएससी सीजीएल परीक्षा पेपर लीक मामले की सीबीआई या फिर राज्य में अनिल पलटा जैसे सक्षम अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी बनाकर जांच कराने की मांग की है.
भाजपा ने उठाए गंभीर सवाल
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कोयला, बालू और पत्थर लूटने में लगी सरकार युवाओं के रोजगार और अबुआ आवास को भी लूटने में लगी है. भाजपा ने सवालिया लहजे में कहा कि सरकार यह बताएं कि वह अन्य राज्यों में ब्लैक लिस्टेड एजेंसियों को ही जेपीएससी, जेएसएससी की परीक्षा कराने की जिम्मेवारी क्यों सौंपती है. भाजपा विधायक अमित मंडल ने कहा कि दरअसल, जान बूझकर ऐसी ब्लैकलिस्टेड कंपनियों को परीक्षा लेने की जिम्मेवारी सरकार सौंपती है, ताकि भ्रष्टाचार और गड़बड़ी करायी जा सके.
डीएसपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में बनी एसआईटी क्या कर सकती हैः बाबूलाल
झारखंड भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सीबीआई जांच नहीं चाहती तो राज्य सरकार अनिल पालटा जैसे योग्य अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर पेपर लीक मामले की जांच कराए. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जो जेएसएससी का अध्यक्ष पूर्व में डीजीपी रह चुका है उसके खिलाफ डीएसपी रैंक का अधिकारी क्या कुछ जांच कर पाएगा. बाबूलाल मरांडी ने राज्य की महागठबंधन की सरकार पर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार प्रायोजित भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजपा का संघर्ष जारी रहेगा.
भाजपा विधायक अमित मंडल ने सरकार से मांगें चार सवालों के जवाब
- क्या राज्य सरकार जेएसएससी सीजीएल परीक्षा पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से कराएगी.
- क्या सरकार भ्रष्ट पदाधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करना सुनिश्चित करेगी.
- जेएसएससी सीजीएल नियुक्ति गड़बड़ी मामले का विरोध करने वाले जिन छात्र-छात्राओं पर एफआईआर की गई है क्या सरकार उसे वापस लेगी.
- क्या सरकार अपनी घोषणा के अनुसार राज्य के युवाओं को नौकरी देगी.